IPL Impact Player Rule : आईपीएल 2024 सीजन के दौरान रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह जैसे धाकड़ खिलाड़ियों ने जहां इम्पैक्ट प्लेयर नियम को खराब बताया. वहीं दूसरी तरफ तमाम खिलाड़ियों ने इसे युवाओं को मौका मिलने का सही जरिया भी बताया. लेकिन कई दिग्गजों ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम को बल्लेबाजों के हित में जबकि गेंदबाजों के लिए इसे समस्या बताया. जिससे गेंद और बल्ले का संतुलन मैच में बिगड़ रहा है और यही कारण है कि इस सीजन अभी तक आठ बार दो सौ या उससे अधिक का स्कोर जबकि सनराइजर्स हैदराबाद ने 287 रन का आईपीएल इतिहास का सबसे बड़ा टोटल बनाया. अब इसी इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बड़ी अपडेट दे डाली.
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जय शाह ने क्या कहा ?
टाइम्स ऑफ़ इंडिया को दिए इंटरव्यू में बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लेकर कहा,
इम्पैक्ट प्लेयर का नियम अभी टेस्टिंग मोड पर है और खिलाड़ियों व फ्रेंचाइजी से इसे लेकर बातचीत का दौर भी जारी है. मेरे हिसाब से इसके आने से मैच काफी इंट्रेस्टिंग होने लगे हैं और अधिक से अधिक भारतीय खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिल रहा है. अगर हमारे सलाहकारों ने इस पर सहमती नहीं जताई तो फिर हम इसे बदल देंगे.
रोहित शर्मा ने जताई चिंता
जय शाह के बयान से साफ़ है कि अभी तक इम्पैक्ट प्लेयर के नियम को लेकर कोई ठोस राय नहीं बनी है और अगर सब कुछ सही नहीं रहा तो उसे हटाया भी जा सकता है. रोहित शर्मा ने इस सीजन के बीच में इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लेकर कहा था कि इसके आने से शिवम दुबे जैसे खिलाड़ी गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं और ऑलराउंडर्स की कमी हो रही है. जबकि जसप्रीत बुमराह ने भी इसे गेंदबाजों के लिए विपरीत नियम बताया था.
कैसे और कहां से आया इम्पैक्ट प्लेयर नियम ?
मालुम हो कि सबसे पहले इम्पैक्ट प्लेयर नियम का इस्तेमाल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2022-23 सीजन में किया गया था. इसके बाद इसे आईपीएल 2023 सीजन में लागू किया गया था. इस नियम के तहत दोनों टीमें ग्यारह की जगह 15 खिलाड़ियों के नाम का ऐलान करती हैं. जिमसें पांच-पांच इम्पैक्ट सब्स्टीट्यूट प्लेयर होते हैं. इन पांच में से टीम अपनी जरूरत के अनुसार सिर्फ एक बार गेंदबाज या बल्लेबाज को टीम में शामिल कर सकती है और जब इम्पैक्ट प्लेयर मैदान में आता है तो उसकी जगह बाहर जाने वाले खिलाड़ी का पूरे मैच में इस्तेमाल नहीं होता है.
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