टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर इस वक्त परिवार के साथ है. पर्थ टेस्ट जीतने के बाद निजी कारणों के चलते उन्हें ऑस्ट्रेलिया से घर लौटना पड़ा. गंभीर की कोचिंग में भारत ने पर्थ में ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली. न्यूजीलैंड के हाथों घर में व्हाइटवॉश के होने के बाद पर्थ में मिली जीत से टीम इंडिया का भी उत्साह बढ़ा.
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न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में हार गंभीर के कार्यकाल में भारत को मिली सबसे बड़ी हार है. इसके बाद उनकी कोचिंग पर भी सवाल उठने लगे थे. जब भारत के पूर्व बल्लेबाज अजय जडेजा ने गंभीर का बचाव करते हुए शनिवार का कहा कि इतने कम समय में किसी के प्रदर्शन का आंकलन करना अनुचित है.
न्यूजीलैंड और श्रीलंका के हाथों हार
गंभीर ने जुलाई में राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त होने के बाद टीम की कमान संभाली थी. उन्होंने अपने कार्यकाल का आगाज श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज में जीत के साथ शानदार तरीके से किया था, लेकिन इसके बाद टीम को उस दौरे पर वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा. भारतीय टीम ने इसके बाद घरेलू सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश को 2-0 से शिकस्त दी, लेकिन इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ उसे शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा.
जडेजा ने पीटीआई से कहा-
मुझे लगता है कि आप उनके साथ खराब व्यवहार कर रहे हैं. किसी के प्रदर्शन का आंकलन के लिए यह काफी कम समय है. हमें इस समय उनका मूल्यांकन करने की जगह उनका लुत्फ उठाना चाहिए.
जडेजा का मानना है कि गंभीर को उनके कोच बनने के छह महीने के भीतर नहीं आंका जाना चाहिए. उन्होंने कहा-
मुझे लगता है कि आप उनके साथ खराब व्यवहार कर रहे हैं. किसी के प्रदर्शन का आंकलन के लिए यह काफी कम समय है. हमें इस समय उनका मूल्यांकन करने की जगह उनका लुत्फ उठाना चाहिए.
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