'शार्दुल लगातार पिट रहे थे लेकिन धोनी ने मदद करने से मना कर दिया था', हरभजन सिंह का बड़ा खुलासा, कहा- अगर बताया न...

भज्जी ने कहा कि मैच में धोनी ने शार्दुल की मदद करने से मना कर दिया था. जब मैंने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि ये खुद सबकुछ सीखे और अपनी गलती जाने.

Profile

Neeraj Singh

PUBLISHED:

मैच के दौरान हरभजन को गाइड करते एमएस धोनी

मैच के दौरान हरभजन को गाइड करते एमएस धोनी

Highlights:

शार्दुल ठाकुर को लेकर भज्जी ने बड़ा खुलासा किया हैभज्जी ने कहा कि धोनी ने शार्दुल की मदद नहीं की थी

एमएस धोनी ने एक खिलाड़ी और एक कप्तान के रूप में इतना कुछ हासिल किया है जो हर कप्तान का सपना होता है. लेकिन बेहद कम लोग जानते हैं कि जब उनके गेंदबाज मुश्किलों में होते हैं तो वो उनकी मदद नहीं करते. कुछ ऐसा ही आईपीएल के दौरान भी हो चुका है जिसका खुलासा अब टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने किया है. हरभजन सिंह ने चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाज शार्दुल ठाकुर को लेकर अहम खुलासा किया है.

 

धोनी ने इसलिए नहीं की थी शार्दुल की मदद

 

शार्दुल ठाकुर ने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए चार सीजन खेले. इसमें साल 2018, 2019, 2020 और 2021 शामिल है. वहीं हरभजन ने तीन सीजन खेले हैं. ऐसे में उन्होंने साल 2018 से 2020 सीजन को लेकर कहा कि धोनी हमेशा ही अपने गेंदबाजों का समर्थन करते हैं. लेकिन धोनी हमेशा चाहते हैं कि उनका गेंदबाज खुद सीखे. धोनी किसी को भी चम्मच से खाना नहीं खिलाना चाहते हैं.

 

तरुवर कोहली के साथ पॉडकास्ट में बात करते हुए हरभजन सिंह ने कहा कि मुझे चेन्नई सुपर किंग्स का एक मैच याद है. मैं शॉर्ट फाइन लेग पर फील्डिंग कर रहा था. एमएस धोनी इस दौरान कीपिंग में थे. शार्दुल गेंदबाजी कर रहे थे और तभी विलियमसन ने उन्हें चौका मारा. अगली गेंद पर भी विलियमसन ने यही किया. इसके बाद मैं धोनी के पास गया और मैंने कहा कि भाई तुम उसे दूसरी लेंथ डालने को क्यों नहीं कह रहे हो. इसपर धोनी ने जवाब देते हुए कहा कि पाजी अगर आज बताऊंगा न तो ये कभी नहीं सीखेगा.

 

हरभजन सिंह ने धोनी के साथ साल 2004 से लेकर 2012 तक खेला है. उन्होंने धोनी के साथ एक दशक से भी ज्यादा का समय बिताया है. ऐसे में भज्जी ने धोनी की तीन खूबियां बताईं जिसने चेन्नई लोगों की पसंदीदा टीम बना गई. चेन्नई सुपर किंग्स का फैन बेस काफी बड़ा है. ऐसे में धोनी को लेकर भज्जी ने कहा कि वो काफी शांत लीडर हैं. वहीं उन्हें पता है कि उन्हें क्या चाहिए. इसके अलावा उनकी काबिलियत उनकी टीम की जीत में भी दिखती है. और यही तीन खूबियां उनकी हैं. कोई भी उनकी टीम में बड़ा या बच्चे के तौर पर नहीं देखा जाता है. सबकुछ खिलाड़ी पर निर्भर करता है कि वो क्या करता है. इसलिए चेन्नई की टीम स्पेशल है. हारे या जीते ड्रेसिंग रूम का माहौल कभी नहीं बिगड़ता. जब तक आप अच्छे करते हो सबकुछ रिलैक्स होता है.
 

ये भी पढ़ें:

बांग्लादेश से मिली करारी हार के बाद भी भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जा सकता है WTC का फाइनल, समझें पूरा समीकरण

पाकिस्तान में सीरीज जीतने के बाद बांग्लादेशी कप्तान की टीम इंडिया को चेतावनी, कहा- शाकिब अल हसन और रहीम...

टीम इंडिया की सेलेक्शन कमिटी में बड़ा बदलाव, बांग्लादेश सीरीज से पहले अगरकर को मिला नया साथी

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share