IND vs ENG : ऋषभ पंत अब दूसरी पारी में बैटिंग करेंगे या नहीं ? शार्दुल ठाकुर ने दिया जवाब

ऋषभ पंत ने फ्रैक्चर के बावजूद टीम के लिए बल्लेबाजी की। मेडिकल टीम ने उन्हें मैदान पर वापस लाने के लिए काफी प्रयास किए। उनके इस प्रदर्शन को टीम के लिए महत्वपूर्ण बताया गया। ऋषभ पंत को काफी दर्द था, लेकिन उन्होंने टीम के लिए अद्भुत काम किया। इस दौरान एक खिलाड़ी के चोटिल होने पर सब्स्टीट्यूशन नियम पर चर्चा हुई। बताया गया कि इस पर बातचीत चल रही है। यह नियम डब्ल्यूटीसी साइकिल के बाद लागू होना चाहिए ताकि मौजूदा सीरीज पर असर न पड़े। गेंदबाजी प्रदर्शन पर भी बात हुई। नई गेंद से गेंदबाजी उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। रन लगातार बनते रहे। गेंदबाजों को और धैर्य रखने की जरूरत थी। कुछ अच्छी गेंदें थीं, लेकिन कुछ पर बाउंड्री भी लगीं। टीम को यह मूल्यांकन करना होगा कि किन गेंदों पर टिके रहना है। सुबह स्विंग और सीम की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। एक खिलाड़ी के तौर पर अपनी गेंदबाजी पर भी बात की गई। पहले मैच में गेंदबाजी का मौका नहीं मिला और इस मैच में भी ज्यादा ओवर नहीं मिले। लय हासिल करना मुश्किल होता है जब यह पता न हो कि कितनी गेंदबाजी मिलेगी। मेडिकल टीम और खिलाड़ी का व्यक्तिगत निर्णय होगा कि वह दूसरी पारी में बल्लेबाजी करेंगे या नहीं। फ्रैक्चर की पुष्टि हुई है। आशावादी रहना महत्वपूर्ण है।

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ऋषभ पंत ने फ्रैक्चर के बावजूद टीम के लिए बल्लेबाजी की। मेडिकल टीम ने उन्हें मैदान पर वापस लाने के लिए काफी प्रयास किए। उनके इस प्रदर्शन को टीम के लिए महत्वपूर्ण बताया गया। ऋषभ पंत को काफी दर्द था, लेकिन उन्होंने टीम के लिए अद्भुत काम किया। इस दौरान एक खिलाड़ी के चोटिल होने पर सब्स्टीट्यूशन नियम पर चर्चा हुई। बताया गया कि इस पर बातचीत चल रही है। यह नियम डब्ल्यूटीसी साइकिल के बाद लागू होना चाहिए ताकि मौजूदा सीरीज पर असर न पड़े। गेंदबाजी प्रदर्शन पर भी बात हुई। नई गेंद से गेंदबाजी उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। रन लगातार बनते रहे। गेंदबाजों को और धैर्य रखने की जरूरत थी। कुछ अच्छी गेंदें थीं, लेकिन कुछ पर बाउंड्री भी लगीं। टीम को यह मूल्यांकन करना होगा कि किन गेंदों पर टिके रहना है। सुबह स्विंग और सीम की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। एक खिलाड़ी के तौर पर अपनी गेंदबाजी पर भी बात की गई। पहले मैच में गेंदबाजी का मौका नहीं मिला और इस मैच में भी ज्यादा ओवर नहीं मिले। लय हासिल करना मुश्किल होता है जब यह पता न हो कि कितनी गेंदबाजी मिलेगी। मेडिकल टीम और खिलाड़ी का व्यक्तिगत निर्णय होगा कि वह दूसरी पारी में बल्लेबाजी करेंगे या नहीं। फ्रैक्चर की पुष्टि हुई है। आशावादी रहना महत्वपूर्ण है।

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