WPL 2024, DRS Drama : वीमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के दूसरे सीजन का आगाज 23 फरवरी से हुआ और अब इसके दूसरे दिन ही DRS को लेकर एक बड़ी बात सामने आई. डब्ल्यूपीएल में DRS का एक पुराना नियम ही जारी है जबकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल () DRS को लेकर एक नया नियम बना चुकी है. लेकिन जब इसे डब्ल्यूपीएल के जारी 2024 सीजन में नहीं देखा गया तो आईपीएल के आगामी 2024 सीजन को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं.
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WPL में क्या है DRS का मामला ?
दरअसल, क्रिकबज में छपी खबर के अनुसार डब्ल्यूपीएल के जारी सीजन में DRS का पुराना नियम लागू करने की बात सामने आई. इसके अनुसार जब एक गेंदबाजी करने वाली या फिर बैटिंग करने वाली टीम रिव्यू लेती है तो गेंद ने बल्लेबाज का किनारा लिया है या नहीं. इसके साथ-साथ उसकी स्टम्पिंग को लेकर भी DRS के दौरान पैर भी चेक किया जाता है. जबकि आईसीसी पिछले साल ही इस नियम में बदलाव कर चुकी है.
आईसीसी ने क्या बदलाव किया ?
आईसीसी के नए नियम के अनुसार अगर एक टीम ने कैच के लिए रिव्यू लिया है तो फिर DRS के दौरान उस बैटर के लिए कैच को ही चेक किया जाएगा. जबकि इसका स्टम्पिंग से कोई लेना देना नहीं है. वहीं अगर स्टम्पिंग के लिए अपील हुई और रिव्यू लिया गया तो सिर्फ स्टम्पिंग को ही जांचा जाएगा. इसमें कैच को चेक करने का प्रावधान हटाया जा चुका है. आईसीसी ने इस नियम को पिछले साल 2023 में पूरी तरह से लागी कर दिया था. लेकिन बीसीसीआई ने अभी तक इसे अपने घरेलू और लीग क्रिकेट में लागू नहीं किया है.
अब IPL 2024 में क्या होगा ?
हालांकि डब्ल्यूपीएल 2024 के दौरान महिला खिलाड़ी वाइड या फिर नो बॉल को चेक करने के लिए जरूर DRS का इस्तेमाल कर सकती है. अब डब्ल्यूपीएल के जारी सीजन में पुराने DRS नियम को देखकर सवाल खड़े होने लगे हैं कि आईपीएल के आगामी 2024 सीजन में DRS का नियम किस तरह काम करेगा. उसमें आईसीसी के नए नियम को जगह दी जाएगी या फिर डब्ल्यूपीएल की ही तरह पुराना DRS का नियम काम करता नजर आएगा. इसको लेकर अभी तक बीसीसीआई की तरफ से कोई भी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.
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