भारत ने 2036 ओलिंपिक की मेजबानी की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए आधिकारिक तौर पर मंशा जताई है. इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन ने इस बारे में इंटरनेशनल ओलिंपिक कमिटी की मेजबानी समिति को लेटर ऑफ इंटेंट (मंशा पत्र) भेजा है. यह पत्र 1 अक्टूबर को भेजा गया. इसके जरिए भारत ने 2036 में होने वाले ओलिंपिक और पैरालिंपिक के लिए रुचि जताई है. स्पोर्ट्स तक को सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्रालय की तरफ से लगातार इस बारे में बात की जा रही थी और 2036 ओलिंपिक की मेजबानी हासिल करने की तरफ बढ़ने को कहा गया था. भारत ने अभी तक ओलिंपिक की मेजबानी नहीं की है. उसने केवल एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी ही की है.
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भारत उन 10 देशों में से है जिन्होंने 2036 ओलिंपिक खेलों की मेजबानी में रुचि दिखाई थी. नवंबर 2022 में आईओसी ने भारत के साथ ही इन देशों के साथ बातचीत शुरू की थी. इनमें मैक्सिको (मैक्सिको सिटी, गुआडालाआरा-मोंटेरी-गिउआना), इंडोनेशिया (नुसानतारा), तुर्किए (इस्तांबुल), भारत (अहमदाबाद), पोलैंड (वारसा, क्राकोव), इजिप्ट और साउथ कोरिया (सोल-इंचियोन) शामिल हैं.
पीएम मोदी ने 2036 ओलिंपिक मेजबानी पर कब क्या कहा
प्रधानमंत्री मोदी ने कई मौकों पर 2036 ओलिंपिक मेजबानी के बारे में कहा है. उन्होंने 15 अगस्त को पेरिस ओलिंपिक में शामिल हुए खिलाड़ियों से 2036 ओलिंपिक की तैयारियों को लेकर इनपुट देने को कहा था. मोदी ने कहा था, 'भारत 2036 ओलिंपिक की मेजबानी की तैयारी कर रहा है. इस बारे में पहले ओलिंपिक खेल चुके खिलाड़ियों के इनपुट काफी अहम रहेंगे. आप लोगों ने कई बातें देखी और समझी होगी. हम चाहते हैं कि इनका दस्तावेजीकरण हो और इन्हें सरकार के साथ साझा किया जाए ताकि 2036 की तैयारी के लिए छोटी सी जानकारी भी न छूटे.'
इससे पहले पिछले साल मुंबई में आईओसी के 141वें सेशन में भी पीएम मोदी ने 2036 की मेजबानी को लेकर मन की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि 140 करोड़ भारतीय यह खेल कराना चाहते हैं. उन्होंने कहा था, 'हम 2036 में भारतीय जमीन पर ओलिंपिक के आयोजन की कोशिशों के लिए कोई कमी नहीं छोड़ेंगे. यह बरसों पुराना सपना है और 140 करोड़ भारतीयों की इच्छा है.'