ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतकर एश्ले बार्टी ने रचा इतिहास, 44 साल में पहली बार हुआ ऐसा

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नई दिल्ली। दुनिया की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी एश्ले बार्टी ने इतिहास रचते हुए अपने घर में खेले जाने वाले ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब हासिल कर लिया है. फाइनल मुकाबले में बार्टी ने पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंची अमेरिका की डेनियल कोलिन्स को सीधे सेटों में 6-3. 7-6(7-2) से हराया. इस तरह वह साल 1978 के बाद ऑस्ट्रेलियन ओपन ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट को अपने नाम करने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला टेनिस खिलाड़ी बनी हैं. इन 44 सालों ने ऐसा करनामा कोई भी ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी नहीं कर सकी. 1978 में ऑस्ट्रेलिया की क्रिस ओ नील ने पिछले बार यह ख़िताब हासिल किया था. जबकि साल 1980 में वेंडी टर्नबुल अंतिम ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी थी. जिन्होंने घरेलू ग्रैंडस्लैम के महिला सिंगल्स फाइनल मुकाबले में भाग लिया था. बार्टी इससे पहले घास के कोर्ट पर विंबलडन और लाल बजरी कोर्ट पर फ्रेंच ओपन जीत चुकी हैं लेकिन उनका हार्ड कोर्ट पर ऑस्ट्रेलियन ओपन के तौर पर पह्हला ग्रैंडस्लैम है. 

 

दूसरे सेट में बार्टी ने पलट दी बाजी 

बार्टी को पहला सेट जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई. उन्होंने इस सेट को एक सर्विस ब्रेक के साथ जीता लेकिन दूसरे सेट के दूसरे और छठे गेम में सर्विस गंवाने के बाद वह 1-5 से पिछड़ गई थी. कोलिन्स के पास इस सेट को जीतने का दो मौके थे लेकिन दोनों बार उसकी सर्विस टूट गई. अमेरिका की 27वीं वरीयता प्राप्त कोलिन्स के पास इस सेट को जीतने का दो मौके थे लेकिन दोनों बार उसकी सर्विस टूट गई. बार्टी ने इस दौरान वापसी करते हुए अगले छह में से पांच गेम जीतकर स्कोर को 6-6 से बराबर किया और फिर टाईब्रेकर में भी 28 साल की खिलाड़ी के खिलाफ अपना दबदबा कायम रखा. इस तरह पूरे टूर्नामेंट के दौरान 25 साल की बार्टी का दबदबा बरकरार रहा और उन्होंने इस दौरान सिर्फ एक सेट गंवाया. चैंपियन बनने के बाद बार्टी ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है. मुझे ऑस्ट्रेलियाई होने पर गर्व है. मैं अविश्वसनीय रूप से भाग्यशाली लड़की हूं... जिसे इतना प्यार मिला है.

 

चार मैचों में चौथी अमेरिकी खिलाड़ी को बार्टी ने हराया 
पूरे टूर्नामेंट के दौरान 25 साल की बार्टी का दबदबा बरकरार रहा और उन्होंने इस दौरान सिर्फ एक सेट गंवाया. कोलिन्स चौथी अमेरिकी खिलाड़ी थी जिन्हें बार्टी ने पिछले चार मैचों में शिकस्त दी. उन्होंने इससे पहले अमांडा अनिसिमोवा (प्री-क्वार्टर फाइनल), जेसिका पेगुला (क्वार्टर फाइनल) और 2017 की यूएस ओपन की उपविजेता मैडिसन कीज (सेमीफाइनल) को हराया था.

 

बार्टी ने फैंस का स्टेडियम में होना बताया महत्वपूर्ण
कोविड-19 महामारी के कारण टिकट बिक्री पर लागू प्रतिबंधों के बाद भी ‘रॉड लावेर अरेना’ में बड़ी संख्या में दर्शकों की मौजूदगी से बार्टी को फायदा हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘एक ऑस्ट्रेलियाई के रूप में इस टूर्नामेंट की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मै इस जीत को इतने सारे लोगों के साथ साझा करने में सक्षम हूं. इन दर्शकों के सामने खेलने में मुझे मजा है. यह अब तक के मेरे सबसे अच्छे अनुभवों में से एक है. आप ने मुझ पर दबाव हावी नहीं होने दिया और मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ टेनिस खेलने के लिए मजबूर किया.’’ उन्होंने नम आंखों के साथ भावुक होते हुए अपने लंबे समय के मेंटोर मार्टी श्नाइडर और अपने प्रेमी जो वोलेन को शुक्रिया किया. यह दोनों बार्टी के समर्थन के लिए स्टेडियम में मौजूद थे.

 

 

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