भारत के स्टार टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने 44 की उम्र में इतिहास रच दिया है. अपने आस्ट्रेलियाई जोड़ीदार मैथ्यू एबडेन के साथ मियामी ओपन के फाइनल में पहुंचकर उन्होंने एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है. बोपन्ना के लिए ये उनका 14वां एटीपी मास्टर्स 1000 फाइनल और मियामी का पहला फाइनल होगा. यह उनका एटीपी टूर स्तर का 63वां फाइनल होगा. वो अभी तक 25 युगल खिताब जीत चुके हैं.
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बोपन्ना लिएंडर पेस के बाद सभी नौ एटीपी मास्टर्स टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं. बोपन्ना और एबडेन की जोड़ी ने मियामी ओपन के मैंस डबल्स के सेमीफाइनल में मार्सेल ग्रैनोलर्स और होरासियो जेबालोस की जोड़ी को सीधे सेटों में हराया. ऑस्ट्रेलियाई ओपन की विनर जोड़ी बोपन्ना और एबडेन ने सेमीफाइनल में स्पेन के ग्रैनोलर्स और अर्जेंटीना के जेबालोस की जोड़ी को 6-1, 6-4 से हराया.
बोपन्ना फिर नंबर वन बनने के करीब
बोपन्ना और एबडेन का अब सामना क्रोएशिया के इवान डोडिग और अमेरिका के ऑस्टिन क्रॉजिसेक की जोड़ी से होगा, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में जर्मनी के केविन क्रावेट्ज और टिम पुट्ज की जोड़ी को 6-4, 6-7(7), 10-7 से हराया. बोपन्ना और एबडेन की जोड़ी का यह एटीपी मास्टर्स 1000 का 5वां फाइनल होगा. वो इस जीत के बाद फिर नंबर वन बनने के भी करीब पहुंच गए हैं.
दूसरे स्थान पर फिसल गए थे बोपन्ना
दरअसल दुबई चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में मिली हार और इंडियन वेल्स मास्टर्स के राउंड 32 से बाहर होने से बोपन्ना डबल्स रैंकिंग में दूसरे स्थान पर खिसक गए थे, लेकिन इस जीत से उन्हें सोमवार को अपडेट होने वाली रैंकिंग में फिर से शीर्ष स्थान पर पहुंचने में मदद मिलेगी. ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद वो 44 साल की उम्र में एटीपी रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज होने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने थे.
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