'कुलदीप यादव...', इस नाम से आज कोई भी अनजान नहीं है. पूरा देश, दुनिया इस नाम से वाकिफ हैं. चाइनामैन के नाम से मशहूर कुलदीप के नाम कुल 280 इंटरनेशनल विकेट हैं. आज वो टीम के सबसे अहम खिलाड़ी हैं. आज हर जगह उनकी चर्चा कर रहा है, मगर उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया था, जब उन्होंने खुद की जिंदगी को खत्म करने का मन बना लिया था. उन्हें सुसाइड के ख्याल आने लगे थे. दरअसल उस समय वो इतने निराश हो गए थे कि सुसाइड के बारे में सोचने लगे थे.
14 दिसंबर 1994 में यूपी में जन्में कुलदीप को क्रिकेटर बनाने में उनके पिता का सबसे बड़ा हाथ रहा. उनके पिता चाहते थे कि वो क्रिकेटर बने और वो ही कुलदीप को कोच के पास लेकर गए थे. वो वसीम अकरम और जहीर खान से काफी प्रेरित थे. वो तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, मगर कोच को उनमें अलग प्रतिभा दिखी और कोच ने उन्हें रिस्ट स्पिनर गेंदबाज बनाया. उसके बाद से कुलदीप शेन वॉर्न की गेंदबाजी के वीडियो देखने लगे.
टीम में सेलेक्ट ना होने से निराश थे कुलदीप
पिता की दिखाई राह पर कुलदीप चल तो पड़े, मगर मौका ना मिल पाने से वो काफी निराश भी हो गए थे. उन्होंने एक बार खुलासा किया था कि उनकी जिंदगी में एक ऐसा खराब दौर भी आया था, जब उन्हें क्रिकेट छोड़ने और सुसाइड का ख्याल आने लगा था. दरअसल यूपी की अंडर 15 टीम में सेलेक्ट ना होने से कुलदीप काफी निराश थे और उस वजह से उनके मन में ऐसे ख्याल आने लगे थे, मगर इसके बाद उन्होंने हिम्मत दिखाई और मेहनत जारी रखा. जिसका नतीजा आज पूरी दुनिया देख रही है.
फॉर्मेट | मैच | विकेट |
टेस्ट | 12 | 53 |
वनडे | 103 | 168 |
टी20 | 35 | 59 |
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