Exclusive: चेतेश्वर पुजारा ने इंग्लैंड दौरे से पहले टीम इंडिया के सेलेक्शन पर दी चेतावनी, बोले- हमें जो खिलाड़ी मिल रहे हैं वे...

Exclusive: चेतेश्वर पुजारा ने इंग्लैंड दौरे से पहले टीम इंडिया के सेलेक्शन पर दी चेतावनी, बोले- हमें जो खिलाड़ी मिल रहे हैं वे...
Cheteshwar Pujara in frame

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रोहित शर्मा और विराट कोहली ने एक सप्ताह के अंदर टेस्ट से संन्यास लिया था.

आर अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही टेस्ट क्रिकेट छोड़ दिया था.

चेतेश्वर पुजारा दो साल से भारतीय टेस्ट टीम से बाहर हैं.

भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम में अभी बदलाव का दौर है. आर अश्विन, रोहित शर्मा और विराट कोहली छह महीनों के अंदर रिटायर हो गए. चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे बरसों तक टीम का हिस्सा रहे खिलाड़ी बाहर हो चुके हैं और अब सेलेक्शन के दायरे से भी बाहर हैं. ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से शुरू होने वाली पांच टेस्ट की सीरीज से भारतीय टेस्ट टीम काफी हद तक बदली हुई दिखेगी. बैटिंग में नए चेहरे आएंगे और ऑर्डर भी नया रहेगा. इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम के सेलेक्शन से पहले चेतेश्वर पुजारा की तरफ से सेलेक्टर्स और हेड कोच को आगाज किया गया है. उनका कहना है कि टीम इंडिया में बदलाव आसान नहीं रहने वाला है. 

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पुजारा ने भारतीय टेस्ट टीम के भविष्य पर क्या कहा

 

पुजारा ने साफ-साफ कहा कि जो खिलाड़ी अभी टेस्ट टीम के लिए आ रहे हैं वे सफेद गेंद क्रिकेट खेलते हुए आए हैं. वे फर्स्ट क्लास क्रिकेट के जरिए नहीं मिले हैं. ऐसे में आने वाला समय चुनौतीभरा हो सकता है. पुजारा ने स्पोर्ट्स तक के पॉडकास्ट VIKRANT UNFILTERED में टेस्ट टीम में बदलाव के सवाल पर कहा,

टेस्ट क्रिकेट की बात की जाए तो जो बदलाव हो रहे हैं वे आसान नहीं होंगे. अभी हमें जो टेस्ट के खिलाड़ी मिल रहे हैं वे वनडे और टी20 क्रिकेट से मिल रहे हैं. रणजी ट्रॉफी या लाल गेंद क्रिकेट के टूर्नामेंट से हमें खिलाड़ी कम मिल रहे हैं. इसलिए मुझे लगता है कि यह बदलाव आसान नहीं होगा. खिलाड़ियों में काबिलियत है. मैं नहीं मानता कि उनमें क्षमता नहीं है. काफी युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. सालों से हम देख रहे हैं कि टेस्ट क्रिकेट उसी के हिसाब से खेला जाता है. इंग्लैंड ने आक्रामक होकर खेलने, बैजबॉल खेलने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नही मिली. टेस्ट क्रिकेट का एक तरीका है उसी से वह खेला जा सकता है.

 

मैं यह नहीं कह रहा कि जो आक्रामक खिलाड़ी हैं उन्हें डिफेंसिव खेलना है. लेकिन सफेद गेंद क्रिकेट से लाल गेंद क्रिकेट में बदलाव चुनौतीभरा होता है. इसमें पिच, हालात अलग तरह के होते हैं. आक्रामक तरीके से खेलने वाले वैसे ही खेलते हैं. वीरेंद्र सहवाग आक्रामक होते हुए भी टेस्ट क्रिकेट में सफल रहे हैं. उन्होंने भारत में भी रन किए और बाहर भी किए. आक्रामक खेलकर भी टेस्ट क्रिकेट में रन किए जा सकते हैं. लेकिन उसके लिए समझ जरूरी है कि कब हमला करना है, कब रुकना है. गेंदबाजों का सम्मान करना जरूरी होता है. कंडीशन को समझना होगा. यह जल्द से जल्द युवा खिलाड़ियों को सीखना जरूरी है. 

पुजारा की वापसी मुश्किल

 

पुजारा ने हालांकि कहा कि वे भारतीय टीम में सेलेक्शन के लिए उपलब्ध हैं. वे आखिरी बार 2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत की ओर से खेले थे. इसके बाद उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था. पुजारा को इससे पहले भी 2022 की शुरुआत में भी टेस्ट टीम से बाहर किया गया था. लेकिन इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट में शानदार खेल के जरिए उन्होंने वापसी की थी. मगर अब ऐसा होना मुश्किल लग रहा है.

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