IND vs ENG: आकाश दीप ने इंग्लैंड पर मिली जीत बहन को समर्पित की, बोले- हर गेंद के वक्त दिख रहा था उसका चेहरा

आकाशदीप ने एडबस्टन में भारतीय टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. भारतीय टीम ने 58 साल बाद एडबस्टन में जीत हासिल की है. इस जीत से पहले भारतीय टीम ने एडबस्टन में आठ मुकाबले खेले थे, जिनमें से सात में उसे हार का सामना करना पड़ा था. आकाशदीप ने इस जीत के बाद एक खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि उनकी बड़ी बहन कैंसर से पीड़ित हैं. दो महीने पहले इसका पता चला था. उन्होंने कहा, "मैंने किसी को बताया नहीं मेरी बड़ी बहन कैंसर से पीड़ित है. दो महीने पहले इसका पता चला था. वह अभी ठीक है, स्थिर है. वह मेरे प्रदर्शन से बहुत खुश होगी. पिछले दो महीनों में वह मानसिक रूप से बहुत कुछ झेल चुकी है. मैं अपना प्रदर्शन उसे समर्पित करता हूं." आकाशदीप ने पहली पारी में चार विकेट लिए थे और दूसरी पारी में छह विकेट अपने नाम किए. कुल मिलाकर उन्होंने इस मैच में 10 विकेट लिए. आकाशदीप का जीवन संघर्षों से भरा रहा है. छह महीने के भीतर उनके पिता और भाई का निधन हो गया था. इसके बाद उन्हें चोट भी लगी थी. वह अपने परिवार के जीवनयापन के लिए क्रिकेट खेल रहे थे. बिहार से बर्मिंघम तक का उनका सफर रहा है.

आकाशदीप ने एडबस्टन में भारतीय टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. भारतीय टीम ने 58 साल बाद एडबस्टन में जीत हासिल की है. इस जीत से पहले भारतीय टीम ने एडबस्टन में आठ मुकाबले खेले थे, जिनमें से सात में उसे हार का सामना करना पड़ा था. आकाशदीप ने इस जीत के बाद एक खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि उनकी बड़ी बहन कैंसर से पीड़ित हैं. दो महीने पहले इसका पता चला था. उन्होंने कहा, "मैंने किसी को बताया नहीं मेरी बड़ी बहन कैंसर से पीड़ित है. दो महीने पहले इसका पता चला था. वह अभी ठीक है, स्थिर है. वह मेरे प्रदर्शन से बहुत खुश होगी. पिछले दो महीनों में वह मानसिक रूप से बहुत कुछ झेल चुकी है. मैं अपना प्रदर्शन उसे समर्पित करता हूं." आकाशदीप ने पहली पारी में चार विकेट लिए थे और दूसरी पारी में छह विकेट अपने नाम किए. कुल मिलाकर उन्होंने इस मैच में 10 विकेट लिए. आकाशदीप का जीवन संघर्षों से भरा रहा है. छह महीने के भीतर उनके पिता और भाई का निधन हो गया था. इसके बाद उन्हें चोट भी लगी थी. वह अपने परिवार के जीवनयापन के लिए क्रिकेट खेल रहे थे. बिहार से बर्मिंघम तक का उनका सफर रहा है.