ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस को लगता है कि टेस्ट क्रिकेट के लिए विशेष विंडो होनी चाहिए जिससे कि खिलाड़ी अपनी प्लानिंग कर सकें. उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का उदाहरण देते हुए कहा कि इसकी तरह ही टेस्ट की अलग विंडो होनी चाहिए. इससे फ्रेंचाइज टी20 क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों को मदद मिलेगी. आईपीएल हर साल अप्रैल से मई के दौरान होता है और इस दौरान टेस्ट मैच नहीं होते हैं. ज्यादा इंटरनेशनल टीमों के मुकाबले भी इस दौरान नहीं खेले जाते हैं.
कमिंस ने ऑस्ट्रेलियाई अखबार सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड से बात करते हुए कहा, 'फ्रेंचाइज क्रिकेट कुछ देशों के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट की तुलना में काफी आकर्षक और लाभप्रद है. अगर मैं फ्रेंचाइज क्रिकेट खेलने गया तो ऑस्ट्रेलिया से खेलने की तुलना में आधा या एक तिहाई समय चला जाएगा. ऑस्ट्रेलिया में नवंबर से जनवरी तक टेस्ट क्रिकेट होता है और मूल रूप से तब हमारे खेलने के लिए टेस्ट क्रिकेट के अलावा कुछ नहीं होता है. अगर हम आईपीएल के लिए विशेष विंडो रख सकते हैं तो टेस्ट के लिए भी होना चाहिए जिससे खिलाड़ियों के लिए फैसला लेना आसान हो जाएगा.'
2025 में ऑस्ट्रेलियाई टीम जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेल सकती है. यह मुकाबला आईपीएल के ठीक बाद होगा. फिर इस टीम को वेस्ट इंडीज जाना है जहां पर दो टेस्ट, तीन वनडे और इतने ही टी20 इंटरनेशनल मैच होंगे.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन माइक बर्ड ने टेस्ट क्रिकेट को जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने इस फॉर्मेट को जिंदा रखने के लिए नए विचारों की जरूरत बताई और कहा, 'हमें नहीं लगता कि किसी देश को आदेश देना चाहिए लेकिन टेस्ट खेलने के समर्थन में विचारों और प्रस्तावों का हम स्वागत करते हैं. गर्मियों में खेल का समय होता है और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट अभी भी दबदबा रखता है. यह एकदम साफ है कि ऑस्ट्रेलिया जितना संभव हो सके उतना टेस्ट क्रिकेट के अवसरों में निवेश करेगा और इसे बढ़ाएगा.'
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