कोयला कंपनी में काम करने के लिए स्कूल छोड़ने वाले गेंदबाज ने ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम किया, जिसे तोड़ना तो दूर, उसके आसपास भी आज तक कोई पहुंच नहीं पाया. बात 12 जुलाई 1932 की है, जब हेडली वेरिटी ने एक पारी में 10 विकेट लेकर क्रिकेट की दुनिया को हिला के रख दिया था, मगर इससे भी बड़ा कमाल तो ये था कि उन्होंने महज 10 रन देकर 10 विकेट लिए थे. आज से ठीक 92 साल पहले हेडिंग्ले में यॉर्कशर की तरफ से खेलते हुए वेरिटी ने नॉटिंघमशर को धूल चटा दी है. उन्होंने इस मैच की दूसरी पारी में 19.4 ओवर में 10 रन देकर 10 विकेट लिए थे. जिसमें 16 मेडन ओवर फेंके थे.
दूसरी पारी में एक समय बिना नुकसान के 38 रन बनाने वाली नॉटिंघमशर एक समय 99 रन से आगे थी, मगर इसके बाद वेरिटी के कहर के आगे नॉटिंघमशर ने घुटने टेक दिए और यॉर्कशर ने 10 विकेट से मुकाबला अपने नाम कर लिया. फर्स्ट क्लास क्रिकेट के इतिहास में सबसे कम रन देकर दस विकेट होल है. वहीं हैट्रिक समेत एकमात्र दस विकेट है. इससे पहले भी 1931 में उन्होंने वारविकशर के खिलाफ एक पारी में पूरे 10 विकेट लिए थे.
14 की उम्र में छोड़ा स्कूल
इंग्लैंड के लिए 40 टेस्ट मैच खेलने वाले हेडली वेरिटी की दास्तां भी बहुत अद्भुत है. 18 मई 1905 में जन्में वेरिटी बचपन से ही यॉर्कशर के मैच देखते थे. इसके बाद वो स्कूल क्रिकेट खेले. वेरिटी इनस्विंगर और आउटस्विंगर दोनों की तरह की गेंदबाजी कर सकते थे. हालांकि महज 14 साल की उम्र में उन्होंने स्कूल छोड़ दिया और अपने पिता के साथ काम करने लगे, जिन्होंने एक कोयला कंपनी लगाई थी. वो इसके बाद रॉडॉन की दूसरी टीम से क्रिकेट खेले.
वेरिटी को इसके बाद अपना पेशेवर करियर शुरू करने का मौका मिला और उन्हें यॉर्कशर टीम में जगह मिली. काउंटी में शानदार प्रदर्शन का इनाम उन्हें इंटरनेशनल कैप के रूप में मिला और जुलाई 1931 को न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने टेस्ट से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया. उनके नाम 40 इंटरनेशनल मैचों में 669 रन थे. जिसमें तीन फिफ्टी भी शामिल थी. वहीं 144 विकेट थे.
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