बांग्लादेश के धाकड़ क्रिकेटर शाकिब अल हसन का टेस्ट करियर लगभग खत्म हो चुका है. उन्होंने घर पर साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद इस फॉर्मेट को अलविदा कहने की जानकारी दी थी. लेकिन ढाका में उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के बीच उन्होंने पहले टेस्ट से नाम वापस ले लिया. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने उनकी जगह 23 साल के हसन मुराद को शामिल किया है. वे भी बाएं हाथ के फिरकी बॉलर हैं और अभी तक उनका टेस्ट डेब्यू नहीं हुआ है. बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट ढाका में 21 अक्टूबर से खेला जाना है. इससे संकेत मिलते हैं कि कानपुर में भारत के खिलाफ दूसरा टेस्ट शाकिब के करियर का आखिरी टेस्ट हो सकता है.
शाकिब का बांग्लादेश में क्यों हो रहा विरोध
शाकिब ने भारत के खिलाफ कानपुर टेस्ट से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा था कि अगर उन्हें सुरक्षा मिलती है तो वह घर में अपने टेस्ट करियर का अंत करना चाहेंगे. साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट उनका आखिरी होगा. शाकिब के खिलाफ ढाका में हत्या का मामला दर्ज है. यह केस कुछ महीने पूरे देश में हुए हिंसक प्रदर्शनों से जुड़ा हुआ है. शाकिब पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी का हिस्सा थे. इस वजह से इस क्रिकेटर को भी प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा. शाकिब अभी अमेरिका में है. उनका परिवार भी वहीं पर है.
साउथ अफ्रीका टेस्ट के लिए बांग्लादेश स्क्वॉड
नजमुल हुसैन शांतो (कप्तान), शादमान इस्लाम, महमूदुल हसन जॉय, जाकिर हसन, मोमिनुल हक, मुश्फिकुर रहीम, लिटन दास (विकेटकीपर), जाकिर अली अनिक, मेहिदी हसन मिराज, ताइजुल इस्लाम, नईम हसन, तस्किन अहमद, हसन महमूद, नाहिद राणा, हसन मुराद.