रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को लेकर अपने विचार साझा किए हैं. उन्होंने बताया कि 2025 में भारत बनाम इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी, लेकिन इस फॉर्मेट से उनका लगाव बना हुआ है. रोहित शर्मा के अनुसार, टेस्ट क्रिकेट पांच दिनों तक चलने वाला एक ऐसा फॉर्मेट है जो मानसिक रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण और थका देने वाला होता है. उन्होंने अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए बताया कि मुंबई में क्लब क्रिकेट खेलते हुए ही उन्हें चार-पांच दिन के मैच खेलने की आदत पड़ गई थी, जिससे वे मानसिक रूप से मजबूत बने. रोहित शर्मा ने अनुशासन और तैयारी के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि "प्रिपरेशन इस दी की" यानी तैयारी ही सफलता की कुंजी है. लंबे फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए एकाग्रता और लंबे समय तक मैदान पर टिके रहने की तैयारी बहुत जरूरी है. उन्होंने यह भी बताया कि टेस्ट क्रिकेट उनके दिल के बहुत करीब है, लेकिन यह काफी मांग वाला और थका देने वाला फॉर्मेट भी है.
रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट पर बड़ा बयान, बताया टेस्ट क्रिकेट का महत्व और तैयारी का राज
रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को लेकर अपने विचार साझा किए हैं. उन्होंने बताया कि 2025 में भारत बनाम इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी, लेकिन इस फॉर्मेट से उनका लगाव बना हुआ है. रोहित शर्मा के अनुसार, टेस्ट क्रिकेट पांच दिनों तक चलने वाला एक ऐसा फॉर्मेट है जो मानसिक रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण और थका देने वाला होता है. उन्होंने अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए बताया कि मुंबई में क्लब क्रिकेट खेलते हुए ही उन्हें चार-पांच दिन के मैच खेलने की आदत पड़ गई थी, जिससे वे मानसिक रूप से मजबूत बने. रोहित शर्मा ने अनुशासन और तैयारी के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि "प्रिपरेशन इस दी की" यानी तैयारी ही सफलता की कुंजी है. लंबे फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए एकाग्रता और लंबे समय तक मैदान पर टिके रहने की तैयारी बहुत जरूरी है. उन्होंने यह भी बताया कि टेस्ट क्रिकेट उनके दिल के बहुत करीब है, लेकिन यह काफी मांग वाला और थका देने वाला फॉर्मेट भी है.

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