बृजभूषण के करीबी संजय सिंह के हाथों में फिर आई भारतीय कुश्ती की कमान, इस वजह से IOA ने एडहॉक कमिटी को किया भंग
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WFI: भारतीय कुश्ती महासंघ के हाथों में आई फिर कमान
Wrestling Federation Of India: अब एडहॉक कमिटी नहीं देखेगी कुश्ती का काम
Wrestling Federation Of India: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के हाथों में एक बार भारतीय कुश्ती की कमान आ गई है. भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन ने एडहॉक कमिटी को भंग करने का फैसला लिया है. अब संजय सिंह के नेतृत्व वाली WFI ही पूरी तरह से कुश्ती का काम देखेगी. दरअसल पिछले एक साल से भारतीय कुश्ती में उथल पुथल मची हुई है. तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया ने यौन शोषण का आरोप लगाया था और विरोध प्रदर्शन किया था. इस भूचाल के चलते महासंघ के चुनाव समय पर नहीं हो पाए, जिस वजह से कुश्ती की विश्व संचालन संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया.
21 दिसंबर 2023 को चुनाव जीतकर बृजभूषण के करीबी संजय सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के नए अध्यक्ष बने, मगर अध्यक्ष बनते ही उन्होंने जल्दबाजी में अंडर 15 और अंडर 20 नेशनल चैंपियनशिप के आयोजन का ऐलान कर दिया. प्रक्रिया का पालन ना करने पर खेल मंत्रालय ने भी भारतीय कुश्ती महासंघ को सस्पेंड कर दिया था, जिसके बाद कुश्ती का काम देखने के लिए भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन ने एडहॉक कमिटी बनाई थी. उन कमिटी ने ही हाल में ओलिंपिक क्वालीफायर के लिए सेलेक्शन ट्रायल का आयोजन किया था.
एडहॉक कमिटी को भंग करने की वजह
इसी साल 13 फरवरी को वर्ल्ड रेसलिंग ने भारत पर लगे निलंबन को हटा दिया था. IOA ने कहा कि एडहॉक कमिटी को भंग करने का फैसला वर्ल्ड रेसलिंग के भारतीय कुश्ती महासंघ पर लगे निलंबन को हटाने और एडहॉक कमिटी के सफल सेलेक्शन ट्रायल्स के आयोजन को देखते हुए लिया गया है. अब एडहॉक कमिटी के जरिए भारतीय कुश्ती का काम देखने की कोई जरूरत नहीं है. वर्ल्ड रेसलिंग के अनुसार भारतीय कुश्ती महासंघ को जल्द से जल्द से सेफगार्डिंग कमिटी बनाई होगी, ताकि पहलवानों की चिंताओं को दूर किया जा सके. IOA ने महासंघ को एथलीट कमीशन के चुनाव भी तयस समय सीमा में कराने का निर्देश दिया है.
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