भारत का थॉमस कप का खिताब बचाने का अभियान थम गया है. चीन की दीवार के आगे भारतीय टीम ने घुटने टेक दिए और क्वार्टर फाइनल मुकाबला आसानी से गंवा दिया. क्वार्टर फाइनल की हार के साथ ही भारत का इस टूर्नामेंट में सफर भी खत्म हो गया. सफर नहीं, बल्कि खिताब बचाने का अभियान भी खत्म हो गया. साल 2022 में भारत ने बैंकॉक में पहली बार इस खिताब को जीता था और वो अपने खिताब को बचाने के इरादे से ही कोर्ट पर उतरी थीं, मगर चूक गई. चीन ने पिछली बार की चैंपियन टीम भारत को 3-1 से हराया. भारत ने इससे पहले अपने ग्रुप का आखिरी मैच इंडोनेशिया के हाथों गंवा दिया था.
भारतीय टीम ने क्वार्टर फाइनल के लाइनअप में एक बड़ा बदलाव किया था. किदांबी श्रीकांत की जगह तीसरे सिंगल स्लॉट में किरण जॉर्ज को उतारा था. एचएस प्रणॉय ने शी यु के खिलाफ पहला मुकाबला 15-21, 21-11, 21-14 से गंवा दिया था. इसी के साथ चीन ने भारत पर 1-0 से बढ़त हासिल कर ली. दूसरे मैच में सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी को भी लियांग वेई कांग और वांग चांग की जोड़ी ने 21-15, 11-21, 21-12 से हरा दिया. शुरुआती दो मैच गंवाने के कारण भारतीय टीम क्वार्टर फाइनल में 2-0 से पिछड़ गई. हालांकि इसके बाद स्टार खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने भारत की वापसी कराने के लिए संघर्ष किया.
लक्ष्य की मेहनत पर फिरा पानी
लक्ष्य ने क्वार्टर फाइनल के तीसरे मुकाबले में शी फांग पर 13 - 21, 21- 8, 21-14 से जीत दर्ज की. लक्ष्य ने पहला गेम गंवाने के बाद चीनी स्टार को वापसी का मौका नहीं दिया और क्वार्टर फाइनल में भारत को पहला मैच जिताया. लक्ष्य की जीत के बाद चीन की बढ़त 2-1 ही रह गई थी. अगला मैच भारत के लिए काफी अहम था, मगर मैंस डबल्स में ध्रुव कपिला और साई प्रतीक को टिंग और झियांग यु की जोड़ी ने 21- 10, 21- 10 से हराकर मुकाबले अपने नाम कर लिया और इसी के साथ भारत को क्वार्टर फाइनल से बाहर कर दिया.
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