विराट कोहली (Virat Kohli) और केएल राहुल (KL Rahul) ने ऑस्ट्रेलिया के जबड़े से वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) की पहली जीत छीनकर भारत की झोली डाल दी. जिससे भारत ने साल 1987 वर्ल्ड कप में चेन्नई के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया से मिली एक रन की हार का बदला अब 36 साल बाद वर्ल्ड कप 2023 में ले डाला. ऑस्ट्रेलिया के सामने 200 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के महज दो रन पर तीन बल्लेबाज रोहित शर्मा (0), इशान किशन (0) और श्रेयस अय्यर (0) पवेलियन जा चुके थे. जहां से ऑस्ट्रेलिया मैच में हावी नजर आ रहा था. मगर इसके बाद विराट कोहली और केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलिया को खदेड़ डाला. हालांकि कोहली जब 12 रन पर थे, तब ऑस्ट्रेलिया के मिचेल मार्श ने उनका कैच टपका दिया. अब यही कैच जीत और हार का टर्निंग पॉइंट बना तो मार्श और उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया इसे जल्दी भुला नहीं सकेगी. भारत के लिए विराट कोहली (85 रन) और केएल राहुल ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 165 रनों की साझेदारी निभाई. जिससे भारत ने 41.2 ओवरों में चार विकेट पर 201 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से धमाकेदार जीत दर्ज कर डाली. भारत के लिए राहुल शतक से तीन रन दूर रह गए और 97 रनों पर नाबाद रहे.
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भारत के तीन बल्लेबाज शून्य का शिकार
200 रनों के लक्ष्य का पीछा करने रोहित शर्मा के साथ शुभमन गिल के बीमार होने से इशान किशन आए. इन दोनों से फैंस को धमाकेदार शुरुआत की उम्मीद थी. लेकिन पहली 12 गेंदों में चेन्नई के खचाखच भरे मैदान में सन्नाटा पसर गया. ऑस्ट्रेलिया के लिए पारी का पहला ओवर लेकर आने वाले मिचेल स्टार्क ने अपनी चौथी ही गेंद पर इशान किशन को गोल्डन डक पर पवेलियन भेजा. जबकि इसके बाद पारी के दूसरे और अपने स्पेल के पहले ओवर की तीसरी गेंद पर जोश हेजलवुड ने कप्तान रोहित शर्मा को एलबीडबल्यू करके शून्य पर आउट किया. जबकि अंतिम गेंद पर श्रेयस अय्यर सीधा डेविड वॉर्नर के हाथों में शॉट खेल बैठे. जिससे भारत को पहली 12 गेंद में तीन बड़े झटके और वनडे क्रिकेट के इतिहास में भारत के साथ ऐसा पहली बार हुआ जब टॉप-4 में शामिल तीन बल्लेबाज शून्य पर पवेलियन चले गए.
कोहली को मिला जीवनदान बना टर्निंग पॉइंट
अब दो रन पर तीन विकेट गिरने के बाद विराट कोहली और केएल राहुल ने जिम्मेदारी अपने कंधो पर संभाली. ये दोनों सधी हुई बल्लेबाजी कर रहे थे, तभी पारी के 8वें ओवर में हेजलवुड की तीसरी गेंद ने कोहली के बल्ले का ऊपरी किनारा लिया और हवा में काफी अधिक उंचाई तक गई. इस गेंद को लपकने के लिए मिचेल मार्श नीचे आए मगर उन्होंने बॉल को टपका दिया. जिससे विराट कोहली को 12 रन के स्कोर पर बड़ा जीवनदान मिला. जो कि बाद में पूरे मैच का टर्निंग पॉइंट भी बना.
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कोहली ने जड़ी ऐतिहासिक फिफ्टी
पारी के 8वें ओवर में कोहली को जीवनदान देने के बाद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को फिर विराट कोहली और केएल राहुल ने कोई मौका नहीं दिया. कोहली और राहुल दोनों साथ-साथ बराबरी से बल्लेबाजी कर रहे थे. इन दोनों ने कठिन समय में धीमे-धीमे रन बटोरे और जब नई गेंद थोड़ी पूरानी हुई. तब दोनों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को मजा भी चखाया. भारत ने पहले पावरप्ले यानि 10 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 27 रन बनाए. जबकि इसके बाद दोनों बल्लेबाजों ने अपने गियर को थोडा शिफ्ट किया. जिससे 83 गेंदों में दोनों के बीच 50 रनों की साझेदारी हुई. जबकि कोहली ने फिर 75 गेंदों में तीन चौके से चेन्नई के मैदान में वर्ल्ड कप इतिहास में रनों का चेज करते हुए अपने करियर की पहली फिफ्टी जड़ी.
जीत के करीब शतक से चूके कोहली
कोहली के बाद केएल राहुल ने 72 गेंदों में 5 चौके से 50 रन पूरे किए और अपने वनडे करियर की 16वीं फिफ्टी जड़ डाली. इन दोनों की फिफ्टी के बीच 146 गेंदों में चौथे विकेट के लिए 100 रन की साझेदारी भी हो चुकी थी. इसके बाद भी दोनों बल्लेबाजो का हल्ला जारी रहा लेकिन जीत के साथ शतक की तरफ बढ़ने वाले कोहली ऑस्ट्रेलिया के हेजलवुड की गेंद पर सीधा मार्नस लाबुशेन के हाथों में शॉट खेल बैठे. जिससे कोहली 116 गेंदों पर 6 चौके से 85 रन बनाकर चलते बने और राहुल के साथ चौथे विकेट के लिए 165 रनों की साझेदारी का अंत हुआ.
छक्के से राहुल ने दिलाई जीत
कोहली के जाने के बाद केएल राहुल और हार्दिक पंड्या ने मैच समाप्त करने में देरी नहीं लगाई. भारत को 41.2 ओवरों में केएल राहुल ने छक्के के साथ धमाकेदार जीत दिला डाली. राहुल अंत तक 115 गेंदों में 8 चौके और दो छक्के के साथ 91 रन बनाकर नाबाद रहे. वहीं हार्दिक पंड्या ने 8 गेंद में 11 रनों की नाबाद पारी खेली. जिससे टीम इंडिया ने 4 विकेट पर 201 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से धूल चटा डाली. ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक तीन विकेट जोश हेजलवुड ने चटकाए.
बुमराह की करिश्माई शुरुआत
चेन्नई के मैदान में मैच में इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. इसके जवाब में हालांकि उसकी शुरुआत सही नहीं रही और 6 गेंद में बिना खाता खोले मिचेल मार्श भारत के जसप्रीत बुमराह का शिकार बन गए. इसके साथ ही वर्ल्ड कप इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब ऑस्ट्रेलिया के किसी ओपनर को भारतीय गेंदबाज ने शून्य पर पवेलियन भेजा. बुमराह के ऐतिहासिक विकेट के बाद भारतीय स्पिनरों ने शिकंजा कस डाला.
119 रन पर गिरे 5 विकेट
पाचं रन के स्कोर पर पहला विकेट खोने के बाद डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ ने पारी संभाली. इन दोनों के बीच 69 रनों की साझेदारी हो चुकी थी. तभी पारी के 17वें ओवर में कुलदीप यादव ने वॉर्नर को अपने जाल में फंसाया और पवेलियन की राह दिखा डाली. जिससे वॉर्नर 52 गेंदों में 6 चौके से 41 रन बनाकर चलते बने. इसके बाद जडेजा ने कहर बरपाया और सबसे पहले पारी के 28वें ओवर में स्टीव स्मिथ का बड़ा शिकार किया. जडेजा की गेंद पर स्मिथ चकमा खा गए और क्लीन बोल्ड होकर 71 गेंदों में 5 चौके से 46 रन बनाकर पवेलियन चले गए. जडेजा ने स्मिथ का विकेट लेने के बाद पारी के 30वें ओवर में दो विकेट चटका डाले. इस ओवर की दूसरी गेंद पर मार्नस लाबुशेन (27 रन) और फिर चौथी गेंद पर विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी को शून्य पर पवेलियन का रास्ता दिखाकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ डाली. जिससे ऑस्ट्रेलिया के 119 रन के स्कोर तक 5 बल्लेबाज पवेलियन जा चुके थे.
अंत में स्टार्क ने बल्ले से दिखाया दम
119 रन पर 5 विकेट खोने के बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए अंत में उनके तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने बल्ले से 35 गेंदों में दो चौके और एक छक्के से 28 रन बनाए. जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम ऑलआउट होने तक 49.3 ओवर में 199 रनों पर सिमट गई. भारत के लिए सबसे अधिक तीन विकेट जडेजा, दो-दो विकेट कुलदीप यादव व जसप्रीत बुमराह जबकि एक-एक विकेट आर. अश्विन, मोहम्मद सिराज और हार्दिक पंड्या ने चटकाया.
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