ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया कमजोर नजर आ रही है. पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत फिलहाल 2-1 से पीछे चल रहा है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल दांव पर लगा है और अगर टीम इंडिया आखिरी टेस्ट गंवाती है तो भारत के लिए फाइनल खेलना बेहद मुश्किल हो जाएगा. 3 जनवरी से दोनों टीमों के बीच 5वां मैच खेला जाएगा. ये मुकाबला सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर होना है. भारत पिछले दो बार से बीजीटी जीतता आ रहा है. ऐसे में क्या सिडनी पर मुकाबला जीत टीम इंडिया खिताब को रिटेन कर पाएगी.
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पर्थ के मैदान पर जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में टीम ने 295 रन से जीत हासिल की थी. लेकिन एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया ने वापसी की और टीम इंडिया को 10 विकेट से हरा दिया. गाबा के मैदान पर बारिश आई जिसके चलते टीम इंडिया हार से बच गई. लेकिन मेलबर्न पर चौथे टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को पूरी तरह बैकफुट पर ढकेल दिया और बॉक्सिंग डे टेस्ट पर 184 रन से कब्जा जमा लिया. लेकिन अब सवाल ये है कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर क्या टीम इंडिया कंगारुओं से बदला ले पाएगी. ऐसे में चलिए जानते हैं इस मैदान पर किस टीम का पलड़ा भारी रहा.
सिडनी के मैदान पर कैसा है भारत का रिकॉर्ड?
भारत का सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है, यही वजह है कि उन्हें मेलबर्न में जीत की जरूरत थी, जहां उन्होंने चार टेस्ट जीते थे. भारत ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 13 टेस्ट में से एक जीता है, पांच हारे हैं, जबकि सात मैच ड्रॉ रहे हैं. उनकी एकमात्र जीत जनवरी 1978 में हुई थी, जब बिशन सिंह बेदी की टीम ने बॉब सिम्पसन की टीम को एक पारी और दो रन से हराया था.
पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को 131 रनों पर आउट करने के बाद, गुंडप्पा विश्वनाथ और करसन घावरी के अर्धशतकों की मदद से भारत ने 265 रनों की बढ़त हासिल की. फॉलोऑन खेलने उतरी ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 263 रनों पर सिमट गई, जब इरापल्ली प्रसन्ना ने चार विकेट लिए. पहली पारी में भगवत चंद्रशेखर और बेदी ने चार और तीन विकेट लिए.
जहां तक रोहित शर्मा की टीम का सवाल है, तो वे काफी दबाव में हैं. 2018-19 और 2020-21 WTC का फाइनल खेलने के बाद टीम इंडिया का फोकस अब तीसरे फाइनल पर है. लेकिन सात में से पांच टेस्ट में हार के बाद अब उनकी किस्मत उनके हाथ में नहीं है. साल 2019 में दोनों टीमों के बीच इस मैदान पर खेला गया मुकाबला ड्रॉ रहा था. वहीं साल 2021 में भी यही हुआ था.
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