भारतीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट का तीसरा दिन कमाल का रहा. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 474 रन ठोके. इसके जवाब में टीम इंडिया अब सिर्फ 116 रन पीछे है. दिन के अंतिम सेशन में तीन विकेट गंवाने के लिए चलते टीम को नुकसान हुआ और अब टीम के पास सिर्फ एक विकेट बचा है. नीतीश कुमार रेड्डी भारत की तरफ से हीरो रहे जिन्होंने 176 गेंदों पर 105 रन की पारी खेली. अपनी पारी में इस बल्लेबाज ने 10 चौके और एक छक्का लगाया. रेड्डी ने इस दौरान वाशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर 8वें विकेट के लिए 127 रन की साझेदारी की. सुंदर ने भी 50 रन ठोके.
ADVERTISEMENT
भारत को ऑस्ट्रेलिया के टारगेट तक पहुंचने के लिए 100 रन से ज्यादा की जरूरत है. टीम के पास बस एक विकेट है. इस हिसाब से देखा जाए तो यही लग रहा है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम के पास लीड होगी. लेकिन क्या आप जानते हैं 43 साल पहले साल 1981 में लीड होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल की थी.
43 साल पहले जब जीता था भारत
अब तक सिर्फ एक बार ही ऐसा हुआ है जब पहली पारी में लीड के बावजूद भारत को जीत मिली है. साल 1981 फरवरी में भारत ने ऑस्ट्रेलिाय को 59 रन से मेलबर्न के मैदान पर हराया था. सुनील गावस्कर की टीम 237 रन पर ढेर हो गई थी. इसके बाद एलन बॉर्डर के शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 182 रन की लीड ली थी.
लेकिन कपिल देव के 5 विकेट ने टीम इंडिया की वापसी करवा दी और ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 83 रन पर ढेर कर 143 के लक्ष्य को हासिल नहीं करने दिया था. इसके अलावा दूसरी बार टीम पहली पारी में लीड लेने के बावजूद उस वक्त नहीं हारी जब साल 2008 में एडिलेड ओवल में मुकाबला खेला गया था. इस दौरान 37 रन की लीड थी लेकिन दोनों टीमों के बीच ये टेस्ट ड्ऱॉ रहा था.
ऑस्ट्रेलिया की बात करें तो टीम के पास अभी 2 दिन और हैं. दूसरी तरफ भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को जल्द से जल्द आउट कर बैटिंग पर आना चाहेगी और लक्ष्य का पीछा करना चाहेगी.
ये भी पढ़ें:
वाशिंगटन सुंदर को क्यों टेस्ट टीम में कर देना चाहिए परमानेंट, इन तीन वजहों पर हर कोई लगा देगा मुहर