ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट में चार दिन के खेल के बाद 333 रन की बढ़त बना ली. लेकिन उसने चौथे दिन पारी का ऐलान नहीं किया जबकि इस मैदान पर पिछले 96 साल में कभी 300 से ऊपर का लक्ष्य हासिल नहीं हुआ. ऑस्ट्रेलिया की आखिरी विकेट की जोड़ी ने अर्धशतकीय साझेदारी करते हुए भारत को खूब तंग किया और टीम को नौ विकेट पर 228 के स्कोर पर पहुंचा दिया. नाथन लायन 41 और स्कॉट बॉलैंड 10 रन बना चुके हैं. ये दोनों 17.5 ओवर बैटिंग करते हुए 55 रन जोड़ चुके हैं. इससे मेजबान टीम नौ विकेट पर 173 के स्कोर से संभल गई. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन ने बताया कि उनकी टीम ने पारी घोषित करने के बारे में सोचा था लेकिन फिर इसे बदल दिया. उनका कहना था कि टीम उस स्थिति में नहीं थी कि पारी घोषित कर सके.
ADVERTISEMENT
ऑस्ट्रेलिया ने चौथे दिन के खेल में एक समय 91 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे. लेकिन मार्नस लाबुशेन (70) के अर्धशतक के अलावा पैट कमिंस के 41 और लायन व बॉलैंड के अहम योगदान के चलते टीम 228 तक पहुंचने में कामयाब रही. उसे पहली पारी के आधार पर 105 रन की बढ़त मिली थी. मेलबर्न में 332 रन सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड है.
लाबुशेन ने पारी घोषित नहीं करने पर क्या कहा
लाबुशेन ने फॉक्स क्रिकेट से बात करते हुए चौथे दिन के आखिरी सेशन में भारत को बैटिंग के लिए बुलाने के सवाल पर कहा, 'हम शुरू में चाहते थे कि दिन के आखिर में कुछ ओवर्स बॉलिंग कराई जाए. लेकिन बाद में फैसला बदल लिया. उनकी टीम बॉलिंग करने का अधिकार हासिल नहीं कर पाई.'
लाबुशेन ने चौथे दिन के खेल के बाद ऑस्ट्रेलिया की बढ़त पर संतोष जताया. उन्होंने कहा, 'हम एक बैटिंग ग्रुप के रूप में जो चाहते वह हम हासिल कर चुके हैं. 333 रन लक्ष्य के रूप में बोर्ड पर हैं. मुझे लगता है कि हम थोड़ा आगे हैं.'
लाबुशेन बोले- आसान नहीं होगा बैटिंग करना
भारत ने मेलबर्न में अभी तक एक ही बार लक्ष्य का पीछा करते हुए टेस्ट जीता है. 2020 में उसने ऐसा किया था लेकिन तब लक्ष्य केवल 70 रन का था. लाबुशेन ने कहा कि पिच के उछाल में बदलाव आया है जिससे चौथी पारी में बैटिंग करना आसान नहीं होगा. उन्होंने कहा, 'काफी अनियमित उछाल है. गेंद कभी नीचे रह रही है और कभी काफी तेजी से निकल रही है. जो गेंदें पहले स्टंप्स के ऊपर से जा रही थी वह अब उनके लेवल तक ही रह जा रही हैं.'
ये भी पढ़ें
ADVERTISEMENT