विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया के इस अपराध ने बैन होने से बचाया, जानिए कैसे सैम कोंस्टस से कंधा टकराने के बाद भी मिली मामूली सजा

विराट कोहली को मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सैम कोंस्टस को कंधा मारने का दोषी पाया गया. उन्हें मैच फीस का 20 फीसदी गंवाना पड़ा और एक डीमेरिट पॉइंट दिया गया.

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विराट कोहली ने मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन 10वें ओवर के बाद सैम कोंस्टस को कंधा मारा.

मैच रैफरी एंडी पायक्रॉफ्ट ने विराट कोहली को लेवल एक का दोषी पाया.

विराट कोहली को मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सैम कोंस्टस को कंधा मारने का दोषी पाया गया. उन्हें मैच फीस का 20 फीसदी गंवाना पड़ा और एक डीमेरिट पॉइंट दिया गया. पहले माना जा रहा था कि भारतीय सुपरस्टार बल्लेबाज को बैन झेलना पड़ सकता है. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया लगातार दावा कर रहा था कि विराट कोहली सिडनी टेस्ट से बाहर हो सकते हैं. हालांकि जब मैच रैफरी एंडी पायक्रॉफ्ट का फैसला आया तो उससे उनके अरमानों को जोर का झटका लगा. अब सामने आया है कि छह साल पहले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने गलत तरीके से शारीरिक संपर्क से जुड़े नियम में बदलाव किया था जिसकी वजह से कोहली बैन नहीं हुए. यह बदलाव ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के अपराध के बाद हुआ था.

2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ केप टाउन टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम गेंद से छेड़छाड़ करते हुए पकड़ी गई थी. तब स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरन बेनक्रॉफ्ट को सजा सुनाई गई थी. इस घटना के कुछ महीनों बाद आईसीसी ने नियमों में बदलाव किया था और गेंद से छेड़छाड़ करने पर सजा को कड़ा कर दिया था. वहीं शारीरिक संपर्क की सजा में कमी की थी. पहले कोई खिलाड़ी मैच के दौरान ऐसा करता तो उसे सीधे-सीधे लेवल 2 का दोषी पाया जाता और वह बैन हो जाता. लेकिन 2018 में बदलाव हुआ और इसे आसान करते हुए शारीरिक संपर्क को लेवल एक में भी लाया गया. लेवल एक में इस अपराध के लिए अधिकतम 50 फीसदी मैच फीस कटौती की सजा है.

मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन मैच रैफरी ने कोहली को लेवल एक के तहत ही दोषी माना. इसी वजह से उन्हें एक डीमेरिट पॉइंट और 20 फीसदी मैच फीस गंवानी पड़ी. सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, साउथ अफ्रीका के कगिसो रबाडा को 2018 में पोर्ट एलिजाबेथ टेस्ट के दौरान स्टीव स्मिथ से टकराने पर दो मैच के लिए बैन किया गया था. लेकिन आईसीसी के कुछ सदस्य देशों का मानना था कि आकस्मित टकराव पर बैन नहीं किया जाना चाहिए. ऐसे में फिजिकल कॉन्टेक्ट का संदर्भ भी देखा जाता है. कोहली के मामले में मैच रैफरी ने माना कि यह लापरवाही से किया गया काम था.

पुराने नियम रहने पर कोहली बैन हो जाते लेकिन 2018 के बाद से फिजिकल कॉन्टेक्ट के मामले में सबसे भारी सजा 30 फीसदी मैच फीस कटौती की रही है. 2019 में भी कोहली इस तरह के मामले में फंसे थे. तब साउथ अफ्रीका के साथ टी20 मुकाबले में ब्यूरन हेंड्रिक्स के साथ कंधा टकराने पर उन्हें चेतावनी और एक डीमेरिट पॉइंट देकर छोड़ दिया गया था.

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