इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने वर्तमान के क्रिकेटर्स को टारगेट किया है जो टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं. पीटरसन ने कहा कि इन क्रिकेटर्स के पास टेक्निकल चीजों की कमी है. हर क्रिकेटर आक्रामक क्रिकेट खेलता है और फिलहाल जो टेस्ट क्रिकेट खेला जा रहा वो तेजी वाला क्रिकेट हो चुका है. बता दें कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड के स्पिनर्स ने भारतीय बल्लेबाजों को तहस नहस कर दिया और दोनों टीमों के बीच पांच दिनों तक मुकाबला नहीं चल पाया.
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पीटरसन ने बताया स्पिन खेलने का तरीका
ऐसे में केविन पीटरसन ने कहा कि आज कल टेस्ट बैटिंग में स्किल्स की कमी साफ दिख रही है. न्यूजीलैंड के खिलाफ विराट कोहली और रोहित शर्मा बुरी तरह फ्लॉप हुए. ऐसे में पीटरसन ने कहा कि बल्लेबाजों को अपने गेम में ठहराव लाना होगा खासकर स्पिन बॉलिंग के खिलाफ.
पीटरसन की पोस्ट से ये पता चलता है कि आक्रामक क्रिकेट की अपनी जगह है लेकिन खिलाड़ियों को अपने खेल में ठहराव, स्किल्स और लय लानी होगी. तभी जाकर वो इस लंबे फॉर्मेट में खेल सकते हैं. पीटरसन ने यहां स्पिनर्स को भी खेलने का तरीका बताया और कहा कि इसके लिए आपको क्रीज पर घंटों बिताने पड़ते हैं. इसका कोई तेज इलाज नहीं है.
गावस्कर ने भी दी थी राय
बता दें कि पीटरसन के अलावा हाल ही में इस मुद्दे पर भारतीय लेजेंड्री सुनिल गावस्कर ने कहा था कि, व्हाइट बॉल क्रिकेट में बल्लेबाज सख्त हाथों से खेलते हैं. यहां वो गेंद को मारने की कोशिश करते हैं. लेकिन अगर किसी पिच पर गेंद स्विंग हो रही है तो यहां आपको सॉफ्ट हैंड से खेलना होगा. आपको यहां अपनी बैट की स्पीड पता होगी जिसे आप कंट्रोल कर सकते हो. इससे गेंद स्लिप तक नहीं जाएगी और आपके आउट होने के चांसेस बेहद कम हो जाएंगे. भारत आजकल ज्यादा व्हाइट फॉर्मेट मैच खेल रहा है और टेस्ट मैच कम खेल रहा है. बता दें कि टीम इंडिया की करारी शिकस्त के बाद हर तरफ उसकी फजीहत हो रही है. भारत का WTC फाइनल में पहुंचना मुश्किल है. टीम को अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज खेलनी है. यहां अगर टीम कंगारुओं को 4-0 से हराती है तभी टीम फाइनल में पहुंच पाएगी.
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