बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए कुलदीप यादव को भारत की प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली. उन्हें बाहर कर जयदेव उनादकट को लिया गया. इस फैसले ने कई लोगों को हैरान किया. लेकिन टीम इंडिया के तेज गेंदबाज उमेश यादव इससे हैरान नहीं दिखे. उन्होंने कहा कि यह मैनेजमेंट का फैसला था और सभी क्रिकेटर्स के साथ ऐसा होता है. कुलदीप चट्टोग्राम टेस्ट के प्लेयर ऑफ दी मैच थे. उन्होंने तब आठ विकेट लिए थे और 40 रन की अहम पारी खेली थी. इसकी बदौलत भारत ने 188 रन से जीत दर्ज की थी.'
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उमेश यादव ने मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'यह सफर का हिस्सा है. ऐसा मेरे साथ भी हुआ था. कभी आप प्रदर्शन के चलते टीम से बाहर होते हैं और कभी मैनेजमेंट की कॉल होती है. आपको टीम की जरूरत के हिसाब से जाना होता है. उसके लिए अच्छा है कि वह वापस आया और उसने प्रदर्शन किया.' मीरपुर में खेले जा रहे पहले टेस्ट में भारत ने बांग्लादेश की पारी पहले ही दिन 227 रन पर समेट दी. उमेश और आर अश्विन सबसे सफल बॉलर रहे जिन्होंने चार-चार विकेट लिए. उमेश ने 25 रन देकर और अश्विन ने 71 रन पर चार शिकार किए. वहीं 12 साल बाद टेस्ट खेल रहे उनादकट ने दो विकेट चटकाए.
गावस्कर ने कहा- अविश्वसनीय
कुलदीप को बाहर करने पर सुनील गावस्कर समेत कई दिग्गजों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. भारत के पूर्व कप्तान ने कहा कि यह अविश्वसनीय है. गावस्कर ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क से बातचीत में कहा, 'एक प्लेयर ऑफ दी मैच को छोड़ना अविश्वसनीय है. मैं यही शब्द इस्तेमाल कर सकता है और यह सामान्य शब्द है. मैं कड़े शब्द कहना चाहूंगा लेकिन यह अविश्वसनीय है कि आपने एक प्लेयर ऑफ दी मैच को छोड़ दिया जिसने 20 में से आठ विकेट लिए.'
बार-बार कुलदीप की अनदेखी
कुलदीप को काफी समय बाद भारत की टेस्ट टीम में खेलने का मौका मिला था. वे लगातार हिस्सा रहते थे लेकिन प्लेइंग इलेवन में नहीं खेल पाते थे. बांग्लादेश के खिलाफ मैच से पहले आखिरी बार वे जनवरी 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले थे. इससे पहले जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच विकेट चटकाने के बाद भी काफी समय तक वे प्लेइंग इलेवन से बाहर ही रहे.