ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज ब्रैड हेडिन ने ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट के अंतिम दिन इंग्लैंड पर हमला बोला है. हेडिन ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स पर आरोप लगाया कि जब उन्हें लगा कि उनकी टीम को जीत नहीं मिलेगी तो उन्होंने मैच को खत्म करने की कोशिश की. दूसरी ओर, हेडिन ने भारतीय टीम की जिद की सराहना की, जिन्होंने अंत तक बल्लेबाजी जारी रखी और अपने खिलाड़ियों को शतक हासिल करने का मौका दिया.
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भारतीय बल्लेबाज रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया, जिसमें उन्होंने अंतिम घंटे से पहले मैच ड्रॉ घोषित करने की बात कही थी. नियमों के अनुसार, यदि दोनों कप्तान मानते हैं कि रिजल्ट संभव नहीं है, तो वे हाथ मिलाकर मैच ड्रॉ कर सकते हैं. हालांकि, जडेजा (89*) और सुंदर (80*) नाबाद थे और अंत में उन्होंने स्टोक्स के प्रस्ताव को साफ तौर पर नकार दिया. इस फैसले से स्टोक्स निराश दिखे. दोनों बल्लेबाज, जो शतक के करीब थे और मैच बचाने में अहम भूमिका निभा चुके थे. ऐसे में दोनों ने बल्लेबाजी जारी रखने का फैसला किया.
मुझे भारत का तरीका पसंद आया: हैडिन
LiSTNR Sport के यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए, हेडिन ने भारत के इस फैसले का समर्थन किया और शुभमन गिल, केएल राहुल, वाशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा की हिम्मत की तारीफ की. उन्होंने कहा, "मैच के अंत में यह देखना रोचक था कि भारत ने मुश्किल हालात में जबरदस्त जुझारूपन दिखाया. गिल ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया, राहुल ने भी कमाल की बल्लेबाजी की."
पांचवें दिन राहुल के जल्दी आउट होने के बाद, गिल ने शानदार शतक बनाया. सुंदर और जडेजा ने उनका साथ दिया, जिससे भारत ने मैच को ड्रॉ की ओर ले गया. जैसे ही सुंदर और जडेजा शतक के करीब पहुंचे, इंग्लैंड की रुचि कम होती दिखी और उन्होंने समय से पहले मैच खत्म करने की मांग की.
हेडिन ने कहा, "जब इंग्लैंड को लगा कि वे जीत नहीं सकते, तो उन्होंने खेल रोकने की बात की. लेकिन भारत ने सही किया. उन्होंने अंत तक खेलने का हक हासिल किया." आखिरकार, जडेजा और सुंदर दोनों ने शतक पूरे किए और मैच ड्रॉ घोषित हुआ.
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