मैच से पहले टीम संयोजन पर बात हुई, जिसमें बताया गया कि कौन खेल रहा है इससे ज़्यादा महत्वपूर्ण यह है कि खिलाड़ी कैसा प्रदर्शन करते हैं. ग्राउंड की परिस्थितियों के अनुसार एक या दो खिलाड़ियों का बदलाव हो सकता है. टीम ने सत्रों को अच्छी तरह से समाप्त करने में चुनौतियों का सामना किया है, खासकर बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में विकेट गंवाने या न मिलने के कारण. मैनचेस्टर की पिच पर गेंदबाजों को अधिक मदद मिलने की उम्मीद है, क्योंकि मौसम के कारण विकेट के सूखने की संभावना कम है. टीम चोटों से जूझ रही है, नीतीश, आकाश और हर्षदीप अगले मैच के लिए उपलब्ध नहीं हैं. कप्तान ने स्वीकार किया कि हर मैच में गेंदबाजी संयोजन बदलना आदर्श नहीं है, लेकिन वे इसके लिए तैयार थे. युवा खिलाड़ियों पर टीम का विश्वास है कि वे मैच जिता सकते हैं. करण की बल्लेबाजी पर भी चर्चा हुई, जहां उन्हें अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में दिक्कत आ रही है. कप्तानी के अनुभव को मानसिक रूप से अधिक थकाने वाला बताया गया है. इंग्लैंड के खिलाफ रणनीति पर भी स्पष्टीकरण दिया गया, जिसमें 90 सेकंड की देरी को खेल भावना के खिलाफ बताया गया.
ADVERTISEMENT