IND vs SA: पहले इम्तिहान में फेल केएल राहुल, इन 5 वजहों से डूबी टीम इंडिया की लुटिया

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नई दिल्ली। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज का पहला मैच पार्ल के मैदान में खेला गया. जिसमें साउथ अफ्रीका ने कप्तान टेम्बा बावुमा और रासी वैन दर दुसे के शतक की बदौलत भारत को जीत के लिए 297 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया. जिसके बाद एक समय ऐसा लग रहा था कि भारत इस मैच को आसानी से अपने नाम कर लेगा. मगर जैसे ही टॉप आर्डर के बल्लेबाज आउट हुए उसके बाद भारत का मध्यक्रम बिखर गया और टीम इंडिया 8 विकेट के नुकसान पर 265 रन ही बना सकी. ऐसे में सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं काफी समय बाद वनडे क्रिकेट खेलने उतरी टीम इंडिया ने मैदान में कई गलतियां की, जिसका खामियाजा सीरीज के पहले मैच में हार से भुगतना पड़ा और अब तीन मैचों की सीरीज में भारत 0-1 से पीछे हो गया है. ऐसे में चलिए जानते हैं पहले वनडे मैच में भारत की हार के 5 प्रमुख कारण, जिनके चलते अपने पहले इम्तिहान में बतौर कप्तान राहुल फेल हो गए.

 

साधारण रही गेंदबाजी 
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने करीब दो साल बाद पॉवरप्ले के अंदर साउथ अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज यानेमन मलान का विकेट हासिल किया. इसके बाद अश्विन ने भी दूसरा विकेट जल्दी चटकाया और साउथ अफ्रीका के 3 विकेट 68 रन पर गिर चुके थे. मगर इसके बाद मध्यक्रम के ओवरों में स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल कुछ ख़ास नहीं कर सके और उनके खिलाफ साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा (110 रन) और रासी वैन दर दुसे (129 रन) ने आसानी से बल्लेबाजी की. जबकि भारत के लिए काफी समय बाद वनडे क्रिकेट में गेंदबाजी करने आए भुवनेश्वर कुमार भी कुछ ख़ास नहीं कर सके. उन्हें मैच के दौरान एक भी भी विकेट नहीं मिला. इसके अलावा भुवनेश्वर का साथ शार्दुल ने भी दिया और उन्हें भी 10 ओवर के स्पेल 72 रन पड़े और एक भी विकेट नहीं मिला. इस तरह भारत की साधारण गेंदबाजी के चलते मध्यक्रम में बावुमा और रासी के बीच 204 रनों की साझेदारी हुई. जहां से भारत बैकफुट पर चला गया. चहल ने भी 10 ओवर गेंदबाजी की और 53 रन देकर एक भी विकेट नहीं ले सके.

 

बतौर कप्तान बल्लेबाजी में फेल राहुल 
रोहित शर्मा चोट के चलते साउथ अफ्रीका दौरे पर नहीं आए हैं और ऐसे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे टीम की कप्तानी केएल राहुल कर रहे हैं. इस तरह बतौर भारतीय कप्तान अपने पहले मैच में राहुल बल्ले से भी कुछ ख़ास कमाल नहीं कर सके. 297 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को एक मजबूत शुरुआत की जरूरत थी लेकिन एक छोर पर जहां शिखर धवन टिके रहे वहीं राहुल 12 रन बनाकर एडन मार्कराम की गेंद का शिकार बन गए और भारत को पहला झटका 46 रन के स्कोर पर लगा. इस तरह बतौर कप्तान राहुल टीम का भार बल्लेबाजी में अपने कन्धों पर नहीं उठा सके. जिसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा.

 

वेंकटेश अय्यर ऑलराउंडर या बल्लेबाज 
साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज की शुरुआत से पहले ही कप्तान राहुल ने कहा था कि वह वेंकटेश अय्यर को डेब्यू कराने जा रहे हैं. अय्यर को भारतीय टीम में तेज गेंदबाजी ऑल राउंडर के तौरपर हार्दिक पांड्या के विकल्प के तौरपर देखा जा रहा है. लेकिन पहले वनडे मैच के दौरान जहां भुवनेश्वर कुमार, शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल जैसे गेंदबाज विकेट नहीं ले पा रहे थे. उसी बीच सबको उम्मीद थी कि डेब्यू करने वाले वेंकटेश गेंदबाजी करते नजर आएंगे. लेकिन प्लेइंग इलेवन में जगह देने वाले कप्तान राहुल ने उन्हें गेंदबाजी करने का मौका ही नहीं दिया. ऐसे में राहुल के इस फैसले से भी सभी क्रिकेट पंडित और दिग्गज हैरान हैं. सभी राहुल से सवाल कर रहे हैं कि वेंकटेश ऑल राउंडर के तौरपर खेल रहे हैं या बल्लेबाज के तौरपर. हालांकि राहुल ने उनसे गेंदबाजी क्यों नहीं कराई इसका जवाब वही दे सकते हैं. लेकिन जब बाकी गेंदबाज सफल नहीं हो रहे थे तो उनसे गेंदबाजी कराई जा सकती थी. जो साउथ अफ्रीकी पिचों पर मददगार भी साबित हो सकती थी.


50 रन पर गिर 5 विकेट 
297 रनों के लक्ष्य का जब भारत ने पीछा करना शुरू किया तो 46 रन पर कप्तान राहुल का विकेट गिरने के बाद शिखर धवन और विराट कोहली के बीच 92 रनों की शानदार साझेदारी हुई. जिस समय लग रहा था कि भारत आसानी से इस मैच में जीत हासिल कर लेगा. लेकिन तभी 138 के स्कोर पर जैसे ही धवन (79 रन) आउट हुए उसके बाद भारत की बल्लेबाजी ताश के पत्ते की तरह बिखर गई और यही मैच का ट्रेनिंग पॉइंट भी रहा. 138 पर दूसरा विकेट गिरने के बाद भारत के विकेट गिरते चले गए और 188 रन के स्कोर तक भारत के कुल 6 विकेट गिर गए. जिससे भारत मैच में हार की तरफ बढ़ गया. इस दौरान विराट कोहली (51 रन), रिषभ पंत (16 रन), श्रेयस अय्यर (17 रन), और डेब्यू करने वाले वेंकटेश अय्यर (2 रन) ने भी निराश किया.


शार्टपिच गेंद बनी समस्या 
भारतीय बल्लेबाजों के लिए इस मैच में शार्ट पिच गेंदबाजी एक बार फिर समस्या बनी, जिससे मैच की बाजी भी पलट गई. कोहली और धवन के आउट होने के बाद पंत और श्रेयस अय्यर टीम को धीरे-धीरे जीत की तरफ आगे बढ़ा रहे थे. तभी पारी के 34वें ओवर में गेंदबाजी करने आए लुंगी एंगिडी ने श्रेयस को 5वीं गेंद शार्ट पिच के रूप में डाली जिसपर अय्यर ललचा गए और शॉट मारने के चक्कर में विकेटकीपर को आसन सा कैच देकर चलते बने. अय्यर को डाली गई शार्टपिच गेंद उनके शरीर से काफी उपर जा रही थी. जिसे छोड़ा जा सकता था लेकिन खेलने के चक्कर में वह अपना विकेट फेंक कर गए. इसके बाद डेब्यू करने वाले वेंकटेश को भी एंगिडी ने पारी के 36वें ओवर में शार्टपिच गेंद पर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया. इस तरह दोनों अय्यर बल्लेबाज के आउट होने के साथ ही भारत की हार भी लगभग तय हो गई थी. ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों को अगर साउथ अफ्रीका से पार पाना है तो शार्टपिच गेंदबाजी पर भी काम करना होगा. 

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