केपटाउन. भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच के लिए फिट हैं और टीम में लौट आए हैं. तीन मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट कोहली की अगुआई में टीम इंडिया ने सेंचुरियन में 113 रन से अपने नाम किया था. इसके बाद कोहली पीठ में समस्या के चलते जोहानिसबर्ग में हुआ दूसरा टेस्ट मैच नहीं खेले जिसमें केएल राहुल ने भारतीय टीम की कप्तानी की. इस मैच में भारत को सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा. अब केपटाउन टेस्ट से पहले हुई प्रेस कांफ्रेंस में जब राहुल की कप्तानी पर सवाल पूछा गया तो कोहली ने बड़ी बात कह दी.
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विकेट लेने की ही थी राहुल की कोशिश
दरअसल, विराट से पूछा गया था कि जोहानिसबर्ग टेस्ट में केएल राहुल ने कैसी कप्तानी की. इस पर विराट कोहली ने कहा कि केएल राहुल ने बैलेंस कप्तानी की. हालांकि सबका अलग स्टाइल होता है. मैं होता तो शायद कुछ अलग करता. विराट ने आगे कहा, जोहानिसबर्ग टेस्ट में केएल राहुल की फील्ड प्लेसमेंट और योजना ये बता रही थी कि उनकी कोशिश विकेट लेने की ही थी, लेकिन साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया.
जब मैंने टीम संभाली तब हम सातवें नंबर पर थे
विराट कोहली ने साथ ही कहा, जब मैंने टेस्ट टीम की कमान संभाली थी तब टीम सातवें नंबर पर थी. वास्तव में हम उसके हकदार नहीं थे. अब हम नंबर वन हैं. इसकी वजह पूरी टीम का मिलाजुला जुनून है. यही वजह है कि मुझे मोर्चे से अगुआई करनी ही थी. अगर आपके अंदर वो जुनून और जज्बा नहीं है तो आप टेस्ट क्रिकेट में मैनेज नहीं कर सकते. विराट ने तेज गेंदबाजों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, हमारे पास कई तेज गेंदबाज हैं और हर टेस्ट से पहले ये सवाल होता है कि कौन खेलेगा. लोग मैदानी हालात से पहले हमारी टीम के तेज गेंदबाजी लाइनअप के बारे में सोचते हैं. ये बड़े गर्व की बात है.