वेस्टइंडीज (IND vs WI) के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. विंडीज की पूरी टीम 150 रन पर ही ऑलआउट हो गई. इसके जवाब में रोहित शर्मा के साथ डेब्यू कर रहे यशस्वी जायसवाल ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई और दोनों ने बिना किसी नुकसान के 80 रन ठोक डाले. हालांकि असली कमाल टीम के स्टार स्पिनर आर अश्विन ने किया. आर अश्विन ने अकेले दम पर ही विंडीज की आधी टीम को पवेलियन भेज दिया. इस गेंदबाज ने 5 विकेट अपने नाम किए.
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WTC चैंपियनशिप फाइनल में टीम इंडिया की प्लेइंग 11 में न शामिल होने के बाद अश्विन को वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में मौका दिया गया. और इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए अश्विन ने कमाल कर दिया. भारत को WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रन से हार मिली थी. इसके बाद टीम मैनेजमेंट पर अश्विन को प्लेइंग 11 में न खिलाने को लेकर काफी बवाल भी हुआ था.
5 विकेट लेने के बाद आर अश्विन प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए और उन्होंने कई अहम सवालों के जवाब दिए. अश्विन ने कहा कि, मेरे लिए ये 5 विकेट काफी जरूरी थे क्योंकि मैं अपनी टीम के लिए WTC फाइनल नहीं खेल पाया. एक क्रिकेटर के लिहाज से देखें तो WTC फाइनल से बाहर बैठना मेरे लिए ठीक था. और मैं इसी तरह इसका जवाब देना चाहता हूं. मुझे बस इस बात पर ध्यान देना है कि ड्रेसिंग रूम कैसे जोश में रहता है.
WTC फाइनल जीतना चाहता था: अश्विन
अश्विन ने आगे कहा कि, WTC फाइनल जीतना अहम है और मेरे करियर में सबसे बड़ा पल वही है. मैं उस फाइनल में अहम रोल निभा सकता था. लेकिन शायद किस्मत नहीं थी मेरी. हम पहले दिन ही फाइनल में पीछे रह गए थे. लेकिन यहां मेरे और दूसरों के बीच यही अंतर है कि, मैं बस अपनी टीम के लिए खेलता हूं. मैं फील्डिंग में मेहनत करना चाहता हूं. ऐसे में जो चीज जहां खत्म हो गई उसे मैं वहीं छोड़ देना चाहता हूं.
अश्विन ने आगे कहा कि, आज कल काफी ज्यादा इंटरनेशनल क्रिकेट चल रहा है. आईपीएल होता है, दूसरी लीग्स होती हैं. ऐसे में हमें वर्तमान में रहना काफी जरूरी है. मैं क्रिकेट के आसपास काफी ज्यादा काम करता हूं. घर में भी टीमें हैं जिनपर मुझे ध्यान देना होता है. मुझे सबकुछ करना पड़ता है. WTC हम हार गए मुझे बुरा लगा. मैं दुखी था. क्योंकि दो बार हम फाइनल में पहुंचे और एक बार भी नहीं जीत पाए.
मैं अपने करियर से खुश हूं
5 विकेट लेने के बाद अश्विन ने कहा कि, पिच से अच्छी बाउंस मिल रही थी और उसी का मुझे फायदा मिला. विकेट पर थोड़ी उमस थी. दूसरे सेशन में गेंद थोड़ी ज्यादा घूम रही थी और इसी की मदद से मुझे विकेट भी मिले. 700 विकेट के सफर को लेकर अश्विन ने कहा कि, साल 2011 में मैंने टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया था. ऐसे में जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे लगता है कि, 14 साल यूं ही निकल गए. लेकिन मेरे करियर में अब तक जो भी हुआ मैं उससे काफी ज्यादा खुश हूं.
बता दें कि अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले दिन 60 रन देकर 23.5 ओवरों में कुल 5 विकेट लिए. इसके साथ उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने 700 विकेट भी पूरे किए और 33वीं बार 5 विकेट हॉल लेने का कारनामा किया. इसके साथ ही अश्विन अब बाप और बेटे का विकेट लेने वाले भारत के पहले क्रिकेटर बन गए हैं. अश्विन ने शिवनारायण चंद्रपॉल और तेजनारायण चंद्रपॉल को आउट किया है.
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