आईपीएल 2008 से शुरू हुआ था और अब उसका 17वं सीजन होने जा रहा है. आठ टीमों से आईपीएल का सफर शुरू हुआ था और अभी 10 टीमें इसका हिस्सा है. लेकिन 16 सीजन के दौरान पांच टीमें ऐसी रही हैं जो आईपीएल से गायब हो गई. इनमें एक टीम ने तो खिताब जीता था लेकिन वह भी अब इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं है. बाकी चार टीमों में से एक ने फाइनल खेला था तो एक ने प्लेऑफ में जगह बनाई थी. आईपीएल इतिहास का हिस्सा बन चुकी दो टीमों का बुरा हाल रहा और ये दोनों कभी प्लेऑफ में नहीं जा सकी और बहुत कम समय में गायब हो गई. आईपीएल 2024 से पहले जानिए आईपीएल से भुलाई जा चुकी पांच टीमों की क्या है कहानी.
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आईपीएल में अब नहीं खेलती ये पांच टीमें
डेक्कन चार्जर्स (2008-2012)- यह आईपीएल की शुरुआती टीमों में से थी. 2008 से 2012 तक वह आईपीएल का हिस्सा रही. इस दौरान उसने 2009 में एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में खिताब जीता था. रोहित शर्मा, शाहिद अफरीदी, वीवीएस लक्ष्मण, एंड्रयू साइमंडस, हर्शल गिब्स, चामिंड वास जैसे नाम इस टीम का हिस्सा रहे. 2008 में पहले सीजन में टीम का बुरा हाल रहा. लेकिन 2009 में खिताब जीतने के बाद वह 2010 में भी प्लेऑफ में पहुंची. इसके बाद 2011 और 2012 में वह फिसड्डी टीमों में रही. इस टीम का मालिकाना हक डेक्कन क्रॉनिकल ग्रुप के पास था. पैसों की तंगी के चलते इसने 2012 के सीजन के बाद टीम को बेचने का फैसला किया लेकिन फायदा नहीं हुआ. इस बीच बीसीसीआई ने उसे टर्मिनेट कर नए सिरे से टीम के अधिकार बेचे. इससे सनराइजर्स हैदराबाद की एंट्री हुई.
पुणे वॉरियर्स इंडिया (2011-2013)- सहारा ग्रुप ने 2011 में पुणे फ्रेंचाइज के अधिकार हासिल किए. यह तब की सबसे महंगी आईपीएल टीम थी. पहले इसका नाम सहारा पुणे वॉरियर्स रखा गया. बीसीसीआई की आपत्ति के बाद इसे पुणे वॉरियर्स इंडिया कर दिया. युवराज सिंह, आशीष नेहरा, सौरव गांगुली, मनीष पांडे, रॉबिन उथप्पा, माइकल क्लार्क, स्टीव स्मिथ जैसे सितारे इस टीम के लिए खेले. इस टीम के मालिकों की बीसीसीआई से पटरी नहीं बैठी. 2011 में पहले साल में टीम नौवें नंबर पर रही. 2012 के सीजन से पहले पुणे वॉरियर्स ने हटने का ऐलान कर दिया. उसने ऑक्शन में हिस्सा नहीं लिया. लंबी बातचीत से मामला सुलझा. 2013 के सीजन के बाद फिर से यह फ्रेंचाइज हट गई और इस बार फैसला अंतिम रहा. इस तरह तीन साल में ही इसका सफर समाप्त हो गया. टीम कभी भी आठवें स्थान से ऊपर नहीं जा सकी.
कोच्चि टस्कर्स केरला (2011)- कई कंपनियों ने मिलकर कोच्चि फ्रेंचाइज का स्वामित्व हासिल किया. लेकिन इस टीम का सफर एक ही सीजन के बाद खत्म हो गया. महेला जयवर्धने, रवींद्र जडेजा, मुथैया मुरलीधरन, आरपी सिंह और ब्रेंडन मैक्कलम जैसे नम इस टीम में रहे. टीम 10 टीमों में आठवें नंबर पर रही. हालांकि पैसों के भुगतान जैसे मसलों को लेकर बीसीसीआई ने एक सीजन बाद इस फ्रेंचाइज को टर्मिनेट कर दिया. इसके बाद काफी कानूनी कार्रवाई हुई लेकिन फ्रेंचाइज वापस नहीं आ सकी.
गुजरात लॉयंस (2016-2017)- इस टीम ने आईपीएल में दो सीजन के लिए राजस्थान रॉयल्स की जगह भरी. आईपीएल 2013 स्पॉट फिक्सिंग में रॉयल्स के सस्पेंड होने पर अहमदाबाद की फ्रेंचाइज इंटेक्स कंपनी ने हासिल की. टीम में सुरेश रैना, ड्वेन ब्रावो, रवींद्र जडेजा, एरॉन फिंच, इशान किशन, ब्रेंडन मैक्कलम जैसे नाम शामिल रहे. टीम 2016 में पॉइंट्स टेबल में सबसे ऊपर रही. लेकिन प्लेऑफ में हार गई. 2017 में 14 में से चार मैचों में ही जीत मिली. इसके बाद राजस्थान की वापसी हो गई और लॉयंस के दरवाजे बंद हो गए.
राइजिंग पुणे सुपरजायंट (2016-2017)- चेन्नई सुपर किंग्स की जगह पुणे की फ्रेंचाइज आईपीएल में शामिल रही. इसका मालिकाना हक आरपीजी संजीव गोयनका ग्रुप के पास रहा. एमएस धोनी, आर अश्विन, फाफ डुप्लेसी, अजिंक्य रहाणे, स्टीव स्मिथ इस टीम में रहे. 2016 में धोनी कप्तान रहे लेकिन टीम अंक तालिका में सातवें नंबर पर रही. अगले सीजन में धोनी से कप्तानी ले ली गई और स्टीव स्मिथ को दी गई. टीम फाइनल तक गई लेकिन एक रन से मुंबई इंडियंस से हार गई.
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