2 अप्रैल 2011…वो तारीख है, जब टीम इंडिया ने पूरे हिन्दुस्तान का सालों का इंतजार खत्म कर दिया था. वानखेड़े के मैदान पर ठीक 13 साल पहले एमएस धोनी के बल्ले से जैसे ही छक्का निकला, पूरे देश में दीवाली-होली एक साथ मनी. पूरा देश देर रात सड़कों पर जश्न मना रहा था. 2 अप्रैल 2011 को भारत ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर 28 साल बाद वनडे वर्ल्ड कप जीता था. एमएस धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को वर्ल्ड चैंपियन बना दिया था.
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सचिन तेंदुलकर को विराट कोहली, हरभजन सिंह सभी प्लेयर्स ने कंधें पर उठाया. उस फाइनल को 13 साल हो गए है. फाइनल में भारत के लिए जो 11 खिलाड़ी मैदान पर लड़े थे, उनमें से ज्यादातर संन्यास ले चुके हैं. उस प्लेइंग इलेवन का सिर्फ एक ही खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में एक्टिव है और उस प्लेयर का नाम है विराट कोहली. उस टीम के कप्तान धोनी भी अभी एक्टिव हैं, मगर वो अब सिर्फ आईपीएल ही खेलते हैं, जो इस समय लीग में ही बिजी हैं. धोनी ने 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था.
तीन प्लेयर्स की टक्कर
भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले उन 11 प्लेयर्स में से तीन तो आईपीएल 2024 में भिड़ भी चुके हैं. धोनी, कोहली और गंभीर आईपीएल के इस सीजन में आमने सामने हो चुके हैं. धोनी और कोहली बतौर प्लेयर तो गंभीर ने मेंटॉर के तौर पर चुनौती दी.
आईपीएल में कौन पड़ा किस पर भारी
आईपीएल के 17वें सीजन का आगाज ही 2011 वर्ल्ड कप के कप्तान धोनी और कोहली की टक्कर से हुई थी. एमएस धोनी से सजी चेन्नई सुपर किंग्स ने कोहली से सजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 6 विकेट से हरा दिया था. इसके बाद बेंगलुरु और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मुकाबला हुआ, जहां कोलकाता ने 7 विकेट से जीत दर्ज की. 2011 वर्ल्ड कप के स्टार गंभीर केकेआर के ही मेंटॉर हैं. तीनों वर्ल्ड चैंपियन अब अपनी अपनी टीम को आईपीएल चैंपियन बनने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं.
2011 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत की प्लेइंग इलेवन: एमएस धोनी, वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर, विराट कोहली, युवराज सिंह, सुरेश रैना, हरभजन सिंह, जहीर खान, मुनाफ पटेल, एस श्रीसंत
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