पृथ्वी शॉ IPL Auction में अनसॉल्ड रहे तो रिकी पोंटिंग-मोहम्मद कैफ का दिल टूटा, बोले- वह अच्छा टैलेंट था लेकिन दुख है कि...

पृथ्वी शॉ आईपीएल 2025 ऑक्शन में अनसॉल्ड रहे. मुंबई के इस बल्लेबाज पर किसी टीम ने दांव नहीं लगाया. वे पिछली बार दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा थे.

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Delhi Capitals' Prithvi Shaw plays a shot during the Indian Premier League

Delhi Capitals' Prithvi Shaw plays a shot during the Indian Premier League

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पृथ्वी शॉ आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेले हैं.

पृथ्वी शॉ पिछले कुछ समय में खराब फॉर्म और फिटनेस से जूझ रहे हैं.

पृथ्वी शॉ 75 लाख रुपये की बेस प्राइस पर आईपीएल ऑक्शन में गए थे.

पृथ्वी शॉ आईपीएल 2025 ऑक्शन में अनसॉल्ड रहे. मुंबई के इस बल्लेबाज पर किसी टीम ने दांव नहीं लगाया. वे पिछली बार दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा थे. पृथ्वी शॉ को एक समय देश के सबसे कमाल युवा खिलाड़ियों में शुमार किया जाता था. कुछ लोग उन्हें अगला सचिन तेंदुलकर भी कहते थे. लेकिन पिछले कुछ समय में लगातार नाकामी के चलते यह बल्लेबाज आज दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग से बाहर है. पृथ्वी के आईपीएल 2025 से बाहर रहने पर दिल्ली कैपिटल्स में उन्हें कोचिंग दे चुके रिकी पोंटिंग ने निराशा जताई. उन्होंने कहा कि यह दुख की बात है. 

पोंटिंग अभी आईपीएल में पंजाब किंग्स के मुख्य कोच हैं. उन्होंने भी पृथ्वी पर बोली नहीं लगाई. उन्होंने इस युवा भारतीय खिलाड़ी के अनसॉल्ड रहने पर कहा, 'दुख की बात है. आपको पता है पृथ्वी के बारे में मैं अभी भी कहता हूं कि जितने भी लोगों के साथ मैंने काम किया है उनमें वह सबसे ज्यादा प्रतिभाशालियों में से है. वह ऑक्शन में अनसॉल्ड गया और फिर एक्सलरेटर में वापस भी नहीं आया. बहुत सारी टीमें उसे देख रही थी. वह नहीं खेल रहा. लेकिन जैसा कि मैंने कहा कि खेल आपको पकड़ ही लेता है. मैं बस यही कह सकता हूं. जब आप ऐसा कुछ देखते हैं तो यह वाकई दुख की बात है कि वह (पृथ्वी) इसमें नहीं है.'

 मोहम्मद कैफ ने पृथ्वी शॉ के बारे में क्या कहा

 

दिल्ली के असिस्टेंट कोच रहे मोहम्मद कैफ ने पृथ्वी को आईपीएल 2025 में मौका नहीं मिलने के बारे में कहा कि उनसे काफी उम्मीदें थीं लेकिन इसमें कामयाब नहीं रहे. उन्होंने जियो सिनेमा से बात करते हुए कहा, 'पृथ्वी शॉ को दिल्ली ने बहुत बैक किया. वह पावर प्ले का बहुत अच्छा खिलाड़ी है. एक ओवर में छह चौके भी मार सकता है. उसने ऐसा किया भी है. शिवम मावी के ओवर में उसने ऐसा किया भी था. बहुत संभावनाएं थी तो बहुत बैक किया गया. यह उम्मीद रहती थी कि वह चल गया तो जीत जाएंगे. हम लोग कई बार मीटिंग में बैठे, पोंटिंग भी शामिल रहे. बात करते थे कि खिलाए या बैठाए. रात में बैठाने का सोचते, सुबह टॉस से पहले कहते कि हमें यह खिलाड़ी चाहिए. रात को कहते थे कि रन नहीं आ रहे. फ्लॉप है, थोड़ा ब्रेक दो उसे. लेकिन टॉस से पहले उसे ले लेते थे. उन्हें बहुत मौके मिले. अब उन्हें किसी ने खरीदा नहीं यह बहुत ज्यादा शर्मिंदगी की बात है. अब उन्हें फिर से डॉमेस्टिक में जाना चाहिए और काम करना चाहिए. सरफराज खान एक उदाहरण है. वैसे ही फिटनेस और स्किल्स पर काम करे.'

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