द्रविड़ को पसंद नहीं था इम्‍पैक्‍ट प्‍लेयर नियम, फिर इस वजह से RR कोच को करना पड़ा स्‍वीकार, खुद किया खुलासा

Rahul Dravid Opens Up on Impact Player Rule: पूर्व भारतीय हेड कोच और राजस्‍थान रॉयल्‍स के मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ ने खुलासा किया कि वह इम्‍पैक्‍ट प्‍लेयर नियम के पक्ष में नहीं थे, मगर आईपीएल में इसके प्रभाव को स्वीकार किया है.

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इम्‍पैक्‍ट प्‍लेयर नियम के पक्ष में नहीं थे राहुल द्रविड़.

नेशनल टीम के नजरिए से द्रविड़ ने नियम पर जाहिर की चिंता.

ऑलराउंडरों के डवलपमेंट को प्रभावित करता है नियम.

IPL 2025: पूर्व भारतीय हेड कोच और राजस्‍थान रॉयल्‍स के मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ ने खुलासा किया कि वह इम्‍पैक्‍ट प्‍लेयर नियम के पक्ष में नहीं थे, मगर आईपीएल में इसके प्रभाव को स्वीकार किया है. उन्‍होंने इसके साथ ही नेशनल टीम के नजरिए से इस पर चिंता भी जाहिर की. उनका कहना है कि इस नियम से लीग में एक अलग ही ताकत जुड़ गई है. 


स्पोर्टस्टार के अनुसार द्रविड़ ने कहा- 

इसने निश्चित रूप से एक अलग ताकत जोड़ी है.मैं ईमानदारी से कहूंगा,जब मैं भारत का कोच था तो मुझे इम्पैक्ट प्लेयर नियम खासतौर से पसंद नहीं था. ऐसा इसलिए नहीं कि यह खेल को अधिक प्रतिस्पर्धी नहीं बनाता.यह निश्चित रूप से बनाता है. यह चीजों को पेचीदा करता है और मैच को आखिर तक जिंदा रखता है, लेकिन नेशनल टीम के नजरिए से इसने कुछ चुनौतियां पेश कीं.

 

 

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सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में ट्रायल के बाद साल आईपीएल 2023 में इस नियम को लागू किया गया था. इस नियम से टीमें मैच के दौरान किसी भी समय अपनी प्‍लेइंग XI से किसी खिलाड़ी को बदल सकती हैं. इस नियम ने एंटरटेनमेंट को बढ़ाया है, मगर इसकी काफी आलोचना भी हुई है. भारतीय कप्‍तान रोहित शर्मा भी कह चुके हैं कि वह इस नियम के बहुत बड़े फैन नहीं हैं. द्रविड़ का मानना है कि इम्‍पैक्‍ट प्‍लेयर नियम ऑलराउंडरों के डवलपमेंट को प्रभावित करती है. उन्‍होंने कहा- 

बतौर कोच आप ऑलराउंडरों को डवलप करना चाहते हैं और पुराने 11 बनाम 11 फॉर्मेट के तहत कुछ खिलाड़ियों को अलग-अलग परिस्थितियों में बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने के ज्‍यादा मौका मिलते थे. इम्पैक्ट प्लेयर नियम ने कुछ हद तक इसे बदल दिया है.

उन्‍होंने आगे कहा- 

टीमों के पास अतिरिक्त स्‍पेशलिस्‍ट बल्लेबाज होने के कारण स्कोरिंग रेट बढ़े हैं.इसका मतलब है कि कोई भी टीम कभी भी खेल से बाहर नहीं होती है. आप नंबर 8 या यहां तक ​​कि नंबर 9 पर भी बल्लेबाज रख सकते हैं, जो छह या सात विकेट खोने के बाद भी आक्रामक बल्लेबाजी करने की अनुमति देता है. 

द्रविड़ का कहना है- 
 

हालांकि ऑलराउंडर होने से अब भी बैलेंस बना रहता है, लेकिन अगर सही खिलाड़ी नहीं मिलता है तो टीमें बिना ऑलराउंडर के भी काम चला सकती हैं. रणनीतिक रूप से इस नियम ने टीम चयन और मैच प्लानिंग में कई चीजें और जोड़ दी हैं. फिर भी मैं समझता हूं कि यह नियम क्यों है. यह सुनिश्चित करता है कि हर खेल प्रतिस्पर्धी बना रहे और एक एक्‍स्‍ट्रा भारतीय खिलाड़ी को लीग में खेलने का मौका मिले, जो पॉजिटिव है. नीलामी और अन्य नियमों की तरह इसके भी हमेशा फायदे और नुकसान होते हैं. 

कई दिग्‍गज इम्‍पैक्‍ट प्‍लेयर नियम के पक्ष में हैं तो कुछ इसके खिलाफ पिछले कुछ समय से इस नियम पर बहस  जारी है.

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