IND vs NZ: टीम इंडिया के कोच ने टेस्ट में मददगार पिच मांगने के आरोपों का किया खंडन, बोले- हमें तो जो...

भारतीय टीम 1 नवंबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई में आखिरी और तीसरा टेस्ट खेलेगी. वह सीरीज गंवा चुकी है जो 12 साल में घर पर उसकी पहली नाकामी रही.

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Shakti Shekhawat

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भारत को पुणे में खेले गए पिछले टेस्ट में 113 रन से शिकस्त मिली थी.

माना जा रहा है कि मुंबई टेस्ट के लिए वानखेडे स्टेडियम में भी पिच स्पिन को मदद करेगी.

भारतीय क्रिकेट टीम के असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर ने टेस्ट क्रिकेट में मददगार पिचेज मांगने के आरोपों का खंडन किया. उनका कहना है कि उनकी टीम को जो पिचेज खेलने को मिलती हैं वे उन पर खेलते हैं. भारतीय टीम 1 नवंबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई में आखिरी और तीसरा टेस्ट खेलेगी. वह सीरीज गंवा चुकी है जो 12 साल में घर पर उसकी पहली नाकामी रही. अब उसके सामने क्लीन स्वीप से बचने की चुनौती रहेगी. भारत को पुणे में खेले गए पिछले टेस्ट में 113 रन से शिकस्त मिली थी. वहां पर पिच स्पिन की मददगार थी लेकिन मिचेल सैंटनर की फिरकी ने भारतीय बैटिंग की पोल खोल दी.

माना जा रहा है कि मुंबई टेस्ट के लिए वानखेडे स्टेडियम में भी पिच स्पिन को मदद करेगी. आखिरी टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में नायर से पिचेज के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इन दावों का खंडन किया कि टीम इंडिया के फायदे के लिए टर्निंग ट्रेक बनाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, काश हम पिच क्यूरेट कर पाते लेकिन हम ऐसा नहीं करते. क्यूरेटर्स ऐसा करते हैं. जो भी वे हमें मुहैया कराते हैं हम उन पर जाकर खेलते हैं और तभी पता चलता है कि पिच घूमेगी या सीम करेगी. क्रिकेटर और टीम के नाते हमारी कोशिश रहती है कि जो भी पिच हमें मिलती है हम उस पर खेलते हैं. हम अपनी जरूरत के हिसाब से हालात अपने पक्ष में करने की कोशिश नहीं करते. 

रोहित-कोहली की फॉर्म पर क्या बोले अभिषेक नायर

 

नायर ने टीम के सबसे सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा का भी बचाव किया. उन्होंने कहा कि दोनों को वापसी के लिए समय देना चाहिए. दोनों के साथ कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा, मैंने उनके लिए हर जगह केवल प्यार देखा है. जब एक बड़ा खिलाड़ी रन नहीं बना पाता है तो उन्हें समय देना और भरोसा करना जरूरी होता है. बाकी का काम वे खुद करेंगे. सभी ने कड़ी मेहनत की है, सभी अच्छा करना चाहते हैं, फिर चाहे विराट कोहली हो या रोहित शर्मा या फिर शुभमन गिल. उनका रवैया ठीक है. मुझे लगता है कि वे पूरा जोर लगा रहे हैं. कभी कभार आपको महान खिलाड़ियों के साथ भी सब्र रखना होता है. मुझे पूरा भरोसा है कि आज नहीं तो कल हम विराट कोहली और रोहित शर्मा की तारीफ कर रहे होंगे. बस थोड़ा संयम रखिए.

 

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