भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का कहना है कि वनडे वर्ल्ड कप के लिए योजनाओं में शामिल भारतीय क्रिकेटर अगर चोटिल नहीं होंगे तो ही आईपीएल 2023 में खेलेंगे. विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों के वर्कलोड को मैनेज करना होगा क्योंकि वनडे को टी20 पर तरजीह मिलेगी. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की नई नीति के अनुसार इस साल के आईपीएल के दौरान राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) और फ्रेंचाइजी अक्टूबर-नवंबर में घरेलू सरजमीं पर होने वाले 50 ओवर के विश्व कप को देखते हुए मुख्य खिलाड़ियों के कार्यभार पर नजर रखेंगे.
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द्रविड़ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे से पहले प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीटीआई के सवाल के जवाब में कहा, ‘वर्कलोड मैनेजमेंट आज खेल का हिस्सा बन गया है. हम इन चीजों की समीक्षा करते रहते हैं. हमने वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत टी20 सीरीज के दौरान कुछ खिलाड़ियों (रोहित, विराट, केएल राहुल) को आपके अनुसार ब्रेक दिया था. चोट का मैनेजमेंट और वर्कलोड मैनेजमेंट दो अलग चीजें हैं. हम जितना क्रिकेट खेल रहे हैं उसे देखते हुए इन दोनों में संतुलन बनाना होगा कि निकट भविष्य में हमारे लिए प्राथमिकता क्या है. साथ ही सुनिश्चित करना होगा कि हमारे बड़े खिलाड़ी बड़े टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध रहें.’
'बीसीसीआई के पास है आईपीएल से हटाने का अधिकार'
द्रविड़ ने कहा कि वनडे वर्ल्ड कप की योजनाओं में शामिल खिलाड़ी आईपीएल में खेलेंगे क्योंकि इससे उन्हें अपने टी20 कौशल का आकलन करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘आईपीएल के मामले में एनसीए और हमारी मेडिकल टीम लगातार फ्रेंचाइजी के संपर्क में रहेगी और अगर कोई मसला या चोट होती है तो हम उसके साथ जुड़ेंगे. अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है या कोई अन्य चिंता होती है तो बेशक मुझे लगता है कि बीसीसीआई के पास उन्हें (टूर्नामेंट से) हटाने का अधिकार है. लेकिन अगर वे फिट हैं तो हम उन्हें आईपीएल के लिए रिलीज रहेंगे क्योंकि यह महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है. यह बीसीसीआई के लिए बहुत बड़ा टूर्नामेंट है, 2024 टी20 विश्व कप की हमारी तैयारियों को देखते हुए भी.’
कोहली, कप्तान रोहित और केएल राहुल ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के बाद कोई टी20 मैच नहीं खेले हैं और अगले हफ्ते न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज भी नहीं खेलेंगे. द्रविड़ का मानना है कि अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाली महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज से पूर्व दो हफ्ते के शिविर से पहले यह ब्रेक जरूरी है. उन्होंने कहा, ‘आपको निश्चित समय में कुछ सफेद गेंद के टूर्नामेंट खेलने की जरूरत है. संभावित डब्ल्यूटीसी क्वालीफिकेशन के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चार मैच खेलना अहम है.’
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