ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (David Warner) ने ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट के पहले दिन शतक ठोक दिया है. दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला पर्थ में खेला जा रहा है. टेस्ट क्रिकेट में वॉर्नर का ये 26वां टेस्ट शतक है जो उन्होंने 125 गेंदों पर पूरा किया. वॉर्नर ने जैसे ही शतक ठोका उन्होंने अपने ट्रेडमार्क सेलिब्रेशन से इसका जश्न मनाया. वॉर्नर ने हवा में छलांग लगाई और आलोचकों को चुप कराने वाला इशारा किया. इस बीच अब फैंस ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन को ट्रोल करना शुरू कर दिया है.
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जॉनसन ने सीरीज से पहले वॉर्नर पर हमला बोला था और कहा था कि वॉर्नर को हीरो जैसी रिटायरमेंट नहीं मिलनी चाहिए. वहीं टेस्ट टीम की प्लेइंग 11 में उनकी जगह नहीं बनती है. 5 साल बीत चुके हैं और वॉर्नर ने अब तक बॉल टेम्परिंग स्कैंडल को लेकर खुद को जिम्मेदार नहीं माना है.
शतक लगाने के बाद क्या बोले वॉर्नर
शतक ठोकने के बाद वॉर्नर से जब उनकी पारी को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये मेरा काम है और मैं यहां अपनी टीम के लिए रन बनाने के लिए आया हूं. शुरुआत से ही मैं और उस्मान एक दूसरे का साथ देना चाहते थे. उनके साथ साझेदारी और पाकिस्तान को दबाव में लाकर काफी अच्छा लग रहा है. मैं अब स्मिथ के साथ साझेदारी कर रहा हूं.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर एडम गिलक्रिस्ट के साथ खास बातचीत में वॉर्नर ने कहा कि मेरे लिए ये एक और टेस्ट शतक था. मुझे काफी अच्छा लगा. हमें बोर्ड पर ज्यादा से ज्यादा रन ठोकने होंगे. विकेट अच्छी है. वॉर्नर ने ट्रोलिंग को लेकर कहा कि आपको बस अपना सिर नीचे कर अपना काम करते रहना है. इससे बेहतर कुछ नहीं की आप रन बनाए और आलोचकों का मुंह बंद करवाएं.
बता दें कि पहले दिन वॉर्नर उस वक्त आउट हुए जब ऑस्ट्रेलिया ने 321 रन बना लिए थे. वॉर्नर ऑस्ट्रेलिया की तरफ पवेलियन लौटने वाले 5वें बल्लेबाज बने. वो 211 गेंदों पर 164 रन बनाकर गए. अपनी पारी में इस बल्लेबाज ने 16 चौके और 4 छक्के लगाए. इस दौरान वॉर्नर की स्ट्राइक रेट 77.72 की थी. वॉर्नर को आमिर जमाल ने इमाम उल हक के हाथों कैच करवा पवेलियन भेजा.
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