पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने सरेआम पाकिस्तान सुपर लीग की धज्जियां उड़ा कर रख दी हैं. उन्होंने अपने देश में क्रिकेट के ढांचे में खामियों को लेकर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने इस बात का भी दावा कि है कि पाकिस्तान क्रिकेट को मैनेज करने में नाकाम रहा. इन सबके साथ उन्होंने भारत में क्रिकेट मैनेजमेंट की जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि एक ओर भारत ने क्रिकेट की इंडस्ट्री बना ली है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान अभी भी इसे शौकिया तौर पर खेल रहा है.
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पाकिस्तान को दिखाया आईना
आईपीएल पैसों के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग है. फिलहाल इसकी की ब्रांड वैल्यू 28000 करोड़ रुपए की है. आईपीएल अब एक ग्लोबल ब्रांड चुका है जहां पर बड़े-बड़े खिलाड़ी खेलना चाहते हैं. वहीं पाकिस्तान सुपर लीग का लेवल आईपीएल के मुकाबले बेहद खराब है. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने अब इस मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा,
भारत ने अपनी फिल्म इंडस्ट्री की तरह क्रिकेट क्रिकेट इंडस्ट्री भी विकसित की है. हम क्रिकेट को एक शौक के रूप में देखते हैं, इसलिए हम इसे बिजनेस में नहीं बदल पाए. पीएसएल अभी भी वहीं है, जहां से इसकी शुरुआत हुई थी. हाईएस्ट सैलरी 1.40 लाख डॉलर है. वे इसे और आगे क्यों नहीं बढ़ा सकते? हमारी लीग में मिचेल स्टार्क या पैट कमिंस जैसे खिलाड़ी क्यों नहीं हो सकते? क्योंकि हमारे पास पैसे नहीं हैं, इसलिए कोई बिजनेस नहीं है.
राशिद लतीफ ने यह भी बताया कि जिन लोगों ने कभी पीएसएल की शुरुआत की थी उन्हें अब बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. वहीं बांग्लादेश की लीग में पीएसएल से ज्यादा विदेशी खिलाड़ी खेलते हैं. उन्होंने कहा,
जिन लोगों ने पीएसएल के बारे में सोचा था उन्हें एक साल के भीतर ही बाहर निकाल दिया गया. उनके पास इसका विजन था, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ. हमारे यहां से ज्यादा विदेशी खिलाड़ी बांग्लादेश में खेल रहे हैं. मोईन अली और डेविड मिलर वहां हैं क्योंकि उनके पास पैसा है. हम आगे नहीं बढ़ सके.
बता दें कि पाकिस्तान सुपर लीग का पहला सीडन 2016 में खेला गया था. तब से अबतक इसके 9 सीजन खेले जा चुके हैं. फिलहाल पीएलएस की ब्रांड वैल्यू 2700 करोड़ रुपए की है.
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