टीम इंडिया (Indian Cricket Team) के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (Ms Dhoni) ने 350 वनडे मुकाबले खेले हैं और इसमें से उन्हें 21 बार प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला है. इस बल्लेबाज ने 10,000 से ज्यादा वनडे रन बनाए हैं. विकेटकीपिंग में 321 कैच और 123 स्टम्पिंग की है. इसके अलावा धोनी ने कप्तानी में कुल 3 बार आईसीसी ट्रॉफी पर कब्जा किया है. हालांकि सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतने के मामले में धोनी दुनिया में 33वें पायदान पर आते हैं. वहीं भारत में 7वें पायदान पर. लेकिन पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सईद अजमल ने एक ऐसे मैच की कहानी बताई है जिसमें धोनी ये अवॉर्ड के लायक नहीं थे लेकिन इसके बावजूद उन्हें अवॉर्ड दिया गया.
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अजमल का बड़ा दावा
अजमल ने भारत और पाकिस्तान के बीच साल 2012 में हुए वनडे मुकाबले की बात की. तीसरे वनडे को याद करते हुए अजमल ने कहा कि, मैंने उस मैच में विकेट लिए थे और मुझे ये अवॉर्ड मिलना चाहिए था. अजमल ने कहा कि, वो मेरी बदकिस्तमती थी. मेरी गेंदबाजी में टीम इंडिया 175 पर ऑलआउट हो गई थी. वो इकलौती ऐसी सीरीज थी जो मैंने भारत में खेली थी. तीसरे वनडे में मुझे 5 विकेट मिले थे. लेकिन अंत में धोनी को मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड दे दिया गया. धोनी ने 18 रन और दो कैच ड्रॉप किए थे. ये गलत हुआ था. फिर मैन ऑफ द मैच का मतलब क्या है.
अजमल ने कहा कि, जिस खिलाड़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया उसे ही जीतना चाहिए था. चूंकी भारतीय टीम मैच जीत गई थी इसलिए धोनी को मैन ऑफ द मैच अवॉर्डे दे दिया गया. नादिर अली के पॉडकास्ट पर अजमल ने इन बातों का खुलासा किया है.
बता दें कि अजमल एक समय अपने करियर में वर्ल्ड नंबर 1 वनडे गेंदबाज रह चुके हैं. अजमल ने 113 वनडे मुकाबलों मे दो बार 5 विकेट हॉल लिए हैं. और भारत के खिलाफ यही एक मैच था जिसमें अजमल ने एक 5 विकेट हॉल लिया था. हालांकि अजमल ने यहां पॉडकास्ट में जो भी कहा वो थोड़ा गलत था. क्योंकि टीम इंडिया 167 पर ऑलआउट हुई थी और धोनी ने सबसे ज्यादा 36 रन बनाए थे.
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