भारतीय फुटबॉल टीम 2026 फीफा वर्ल्ड कप से बाहर हो गया. उसे 11 जून को कतर के हाथों 2-1 से हार का सामना करना पड़ा. भारतीय टीम को मैच रेफरी का एक फैसला भारी पड़ा जिसका फायदा लेकर कतर ने मैच में बराबरी हासिल की. इसके बाद उसने दूसरा गोल कर मैच जीत लिया. भारत की तरफ से लालियनजुयाला छांगटे ने गोल किया और बढ़त दिलाई. उनका गोल 37वें मिनट में आया. कतर की तरफ से यूसफ ऐमन और अहमद अल रावी ने गोल किए. कतर इस ग्रुप में सबसे ऊपर रहा.
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भारत ने एक बार फिर से मैच में गलतियां कीं. पांचवें मिनट में उसने कतर को गोल करने का मौका दे दिया था. अल रावी ने तगड़ा शॉट लगाया था लेकिन मेहताब सिंह ने इसे बचाया. 37वें ओवर में ब्रेंडन फर्नांडिस ने शॉट लिया लेकिन वे मिस हिट कर बैठे. छांगटे ने तब गोल के सामने डाइव लगाकर गेंद को कतर के गोल पोस्ट में डाल दिया. पहले हाफ में यही इकलौता गोल हुआ. दूसरे हाफ में कतर ने होमाम अहमद और खालिद अली के रूप में दो सीनियर खिलाड़ी उतारे. इससे लय मेजबान टीम के पास चली गई.
कतर ने कैसे किया विवादित गोल
कतर ने हालांकि बराबरी का गोल विवादित तरीके से किया. कतर की तरफ से आई फ्री किक मेहताब के पैर से लगकर भारत के गोल की तरफ जा रही थी. लेकिन कप्तान और गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने इसे बचाया और गेंद खेल से बाहर हो गई. रेफरी ने इसे नहीं देखा और मोहियालदिन अलहाशमी ने गेंद को फिर से प्ले में शामिल कर इसे ऐमन की तरफ सरका दिया जिन्होंने इसे भारतीय गोल पोस्ट में डाल दिया. भारतीय खिलाड़ियों ने इस पर जोरदार आपत्ति जताई लेकिन रेफरी ने उनकी नहीं सुनी और कतर का गोल सही करार दिया गया.
कतर ने दूसरा गोल शानदार तरीके से किया और जीत तय कर ली. तमीम मंसूर का शॉट अल रावी को बॉक्स के किनारे पर मिला जिसे उन्होंने गुरप्रीत को छकाते हुए गोल कर दिया. भारत को भी दूसरे हाफ में गोल करने का मौका मिला था इनमें गुरप्रीत से मिले पास पर जय गुप्ता के पास मौका था लेकिन कामयाबी नहीं मिली. भारत अपने ग्रुप में तीसरे नंबर पर रहा. कुवैत दूसरे नंबर पर रहा. उसने अपने आखिरी मैच में अफगानिस्तान को 1-0 से मात दी.
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