भारत को बॉक्सिंग में एक और मेडल मिल गया है. परवीन हुड्डा ने महिला 54-57 कैटेगरी सेमीफाइनल मुकाबले में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमा लिया है. परवीन को चीनी ताइपे की खिलाड़ी से मात मिली जिसके बाद वो बाहर हो गईं. लेकिन इस जीत के साथ उन्होंने पेरिस ओलिंपिक का कोटा हासिल कर लिया है. लिन यू टिंग ने शुरुआत अच्छी की थी लेकिन वो परवीन को साफ पंच नहीं मार पाईं. लेकिन उनकी कोशिश बेकार नहीं गई और उन्होंने इसे करना जारी रखा जिससे उन्हें पाइंट्स भी मिले. परवीन की लंबी हाइट का उन्हें फायदा तो मिला लेकिन अंत में वो हार गईं.
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लिन यू टिंग ने शुरुआत मिनटों से ही हुड्डा पर दबाव बनाकर रखा था. लगातार कोशिश के बावजूद परवीन हुडा मैच को अपने पक्ष में नहीं झुका सकीं. उनकी प्रतिद्वंद्वी चीनी ताइपे की लिन यू टिंग सर्वसम्मत निर्णय से 5-0 से जीत दर्ज करने में कामयाब रहीं.
परवीन हुडा की पोडियम तक का सफर काफी शानदार साबित हुआ। उन्होंने रिंग में अपना दबदबा दिखाते हुए उज्बेकिस्तान की सितोरा टर्डिबेकोवा को सर्वसम्मत निर्णय से हराकर महिलाओं के 57 किग्रा सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई थी. 23 साल की भारतीय मुक्केबाज की उपलब्धि और भी अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि ब्रॉन्ज के साथ ही उन्होंने अगले साल होने वाले पेरिस ओलिंपिक के लिए भी अपना कोटा हासिल कर लिया है.
भारतीय मुक्केबाजी प्रेमियों को अब 66-75 किग्रा वर्ग के फाइनल का बेसब्री से इंतजार है, जहां लवलीना बोरगोहेन का मुकाबला चीन की कियान ली से होगा. लवलीना ने कल सेमीफाइनल जीतकर पहले ही ओलिंपिक कोटा हासिल कर लिया है.
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