भारतीय पहलवान अमन सहरावत ने एक बार फिर कमाल कर दिया है. अमन ने सीनियर सर्किट में गोल्ड मेडल जीत लिया है. अमन ने एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप के 57 किलो कैटेगरी में किर्गिस्तान के अल्माज समानबेकोव को हराकर भारत को गोल्ड मेडल दिलाया है. सहरावत ने फाइनल में समानबेकोव को 9-4 से शिकस्त दी. दिल्ली के प्रतिष्ठित छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग करने वाले सहरावत पहले भारतीय हैं जिन्होंने सीनियर कैटेगरी में कमाल किया है.
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इससे पहले रवि दहिया तीन बार चैंपियन रह चुके हैं. लेकिन अब अमन ने उनसे ये ताज छीन लिया है. इससे पहले सहरावत ने क्वार्टर फाइनल में जापान के रिकुतो अराई को 7-1 से हराने के बाद सेमीफाइनल में चीन के वानहाओ झू को 7-4 से शिकस्त दी. पिछले साल अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप जीतने वाले सहरावत ने 2023 सत्र में दूसरा पोडियम स्थान हासिल किया. उन्होंने फरवरी में जागरेब ओपन में भी कांस्य पदक जीता था.
अमन के अलावा दीपक कुकना (79 किग्रा) और दीपक नेहरा (97 किग्रा) अपने सेमीफाइनल मुकाबले हारने के बाद कांस्य पदक के मुकाबले में खेलेंगे. अनुज कुमार (65 किग्रा) और मुलायम यादव (70 किग्रा) पदक दौर में जगह बनाने में नाकाम रहे. भारत ने अब तक प्रतियोगिता में 12 पदक जीते हैं. ग्रीको रोमन पहलवानों ने चार पदक जीते जबकि महिला पहलवानों ने सात पदक अपने नाम किए.
काफी संघर्ष कर यहां तक पहुंचे अमन
अमन सहरावत की जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा है. अमन के पिता सोमबीर और मां कमलेश का 11 साल पहले ही निधन हो चुका था. इसके बावजूद अमन ने हार नहीं मानी. बता दें कि अमन को केंद्र सरकार की तरफ से रेलवे में क्लर्क के पद पर नौकरी का ऑफर दिया गया था लेकिन उन्होंने मना कर दिया और कहा कि, वो और ज्यादा पदक जीतना चाहते हैं. अमन का कहना है कि वो साल 2024 में होने वाले ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतना चाहते हैं.
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