अनुभवी खेल प्रशासक रणधीर सिंह को एशियाई ओलिंपिक परिषद (ओसीए) का अध्यक्ष चुना गया है. रविवार को 44वीं आम सभा के दौरान यह रणधीर सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई. वो ओसीए के अध्यक्ष बनने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. पांच बार के ओलिंपिक निशानेबाज रणधीर ओसीए अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र योग्य उम्मीदवार थे. उनका चयन सर्वसम्मति से किया गया. उनका कार्यकाल 2028 तक रहेगा.
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77 साल के रणधीर 2021 से ओसीए के कार्यवाहक अध्यक्ष थे. उन्होंने कुवैत के शेख अहमद अल-फहद अल-सबा को रिप्लेस किया है, जिन पर नैतिकता के उल्लंघन के कारण इस साल मई में खेल प्रशासन से 15 साल का प्रतिबंध लगा दिया था. भारतीय और एशियाई खेल संस्थाओं में विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रहे रणधीर को खेल मंत्री मनसुख मांडविया और एशिया के सभी 45 देशों के शीर्ष खेल प्रशासकों की उपस्थिति में आधिकारिक तौर पर ओसीए अध्यक्ष चुना गया.
अध्यक्ष बनने के बाद रणधीर का पहला बयान
पटियाला के रहने वाले पूर्व दिग्गज निशानेबाज का परिवार शुरू से ही खेलों से जुड़ा रहा है. उनके चाचा महाराजा यादवेंद्र सिंह पूर्व भारतीय टेस्ट क्रिकेटर थे और इंटरनेशनल ओलिंपिक कमिटी (आईओसी) के सदस्य थे. उनके पिता भलिंदर सिंह भी प्रथम श्रेणी क्रिकेटर थे. वो 1947 और 1992 के बीच आईओसी सदस्य रहे थे. रणधीर भी 2001 से 2014 तक आईओसी के सदस्य रहे थे. इसके बाद वह मानद सदस्य के रूप में आईओसी से जुड़े रहे. अध्यक्ष चुने जाने के बाद रणधीर ने कहा-
मेरी पूरी टीम को बधाई. मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं. एशिया एक परिवार है. समर्थन के लिए आप सभी को धन्यवाद. हम लंबे समय तक इसे जारी रखने की कोशिश करेंगे.
ओसीए महासभा में अध्यक्ष, पांच क्षेत्र के पांच उपाध्यक्ष और कार्यकारी बोर्ड के पांच सदस्यों सभी को निर्विरोध चुना गया. रणधीर को 45 में से 44 वोट मिले, जबकि एक सदस्य ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया.
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