ओलिंपिक मेडलिस्ट पहलवान साक्षी मलिक ने ओलिंपियन विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को लेकर हैरान करने वाला बयान दिया है. साक्षी का कहना है कि एशियन गेम्स के लिए विनेश और बजरंग का ट्रायल्स से छूट लेने से उनके विरोध प्रदर्शन का महत्व कम हुआ.
ADVERTISEMENT
दरअसल भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर साक्षी, विनेश और बजरंग समेत कई पहलवानों यौन शोषण का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया था. इस विरोध प्रदर्शन की चर्चा पूरे देश में थी. आजतक से बात करते हुए पूर्व भारतीय पहलवान ने बताया कि जब उन्हें भी बिना ट्रायल्स के एशियन गेम्स में सलेक्शन के लिए ईमेल करने को कहा गया, तो उनके मन में भी ऐसा करने का लालच आ गया था, मगर इसके बावजूद उन्होंने ऐसा नहीं किया. साक्षी ने कहा-
मेरे मन में भी ईमेल करने का ख्याल आया, मगर नहीं किया. बजरंग और विनेश को सीधे एशियन भेजने में ऑफर आया था. इसे साजिश मान लो, अगर वो एशियन गेम्स में जाएंगे तो बृज भूषण की सीधे खेलने वाली बात सच हो जाती. मेरी भी बात हुई. मैंने भी बताया कि कौन एशियन गेम्स में नहीं जाना जाएगा. सभी का सपना भारत के लिए ये बड़ा टूर्नामेंट खेलने का होता है.
मुझे भी बोला गया कि आप भी मेल कर दो. आपको भी भेज देंगे. फिर मैंने भी सोचा. पति से बात की. विचार किया. जिसके बाद हमें लगा कि किसी को भी नहीं जाना चाहिए, क्योंकि बृज भूषण ने जो कहा था कि ये बिना ट्रायल्स के खेलना चाहते हैं, ये तो यही पर सच हो जाएगी. इसके बाद हमारे विरोध प्रदर्शन का महत्व ही क्या रह जाएगा.
साक्षी ने बजरंग और विनेश के ऑफर स्वीकार करने पर कहा-
फिर ये उनका निजी फैसला ही रहा. विनेश को चोटिल हो गई थीं. बजरंग एशियन गेम्स गए थे. हालांकि वो मेडल के दावेदार थे, मगर दबाव के कारण वो वहां पर प्रदर्शन नहीं कर पाए. उन्हें वहां पर त्याग करना चाहिए था.
ये भी पढ़ें
ADVERTISEMENT