ADVERTISEMENT
विश्व चैंपियन डी गुकेश ने शुरुआती दौर में आर प्रज्ञाननंद के हाथों हार झेलने के बाद सिंकफील्ड कप शतरंज टूर्नामेंट के दूसरे दौर में शानदार वापसी की. उन्होंने उज्बेकिस्तान के पूर्व विश्व रैपिड चैंपियन नोडिरबेक अब्दुसत्तोरोव पर शानदार जीत दर्ज की.पहले दौर में अपने साथी भारतीय खिलाड़ी गुकेश को हराने वाले आर प्रज्ञाननंद ने दूसरे दौर में अमेरिका के फैबियानो कारूआना के साथ अंक बांटे. एक अन्य मैच में फ्रांस के अलीरेजा फिरोजा ने पोलैंड के डूडा जान-क्रिज़्सटॉफ़ को हराया. अमेरिका के लेवोन अरोनियन ने हमवतन सैमुअल सेवियन के साथ ड्रॉ खेला और संयुक्त बढ़त बनाए रखी. एक अन्य अमेरिकी वेस्ली सो ने 10 खिलाड़ियों के 3,75,000 डॉलर इनामी टूर्नामेंट में फ्रांस के मैक्सिम वाचियर-लाग्रेव के साथ ड्रॉ खेला.
Asia Cup 2025: 'यदि मैं यशस्वी जायसवाल होता तो फिर अगली बार...', एशिया कप 2025 के लिए ओपनर की अनदेखी पर आर अश्विन की बड़ा बयान
अब सात दौर का खेल होना बाकी है और प्रज्ञाननंद, अरोनियन और फिरोजा 1.5 अंकों के साथ संयुक्त बढ़त पर हैं. गुकेश, कारूआना, वेस्ली सो, सेवियन और वाचियर-लाग्रेव संयुक्त चौथे स्थान पर हैं. डूडा आधे अंक के साथ नौवें स्थान पर हैं, जबकि अब्दुसत्तोरोव लगातार दूसरी बाजी हारने के बाद अभी तक अपना खाता नहीं खोल पाए हैं.
36 चाल में दर्ज की थी जीत
प्रज्ञाननंद ने गुकेश के खिलाफ सफेद मोहरों से खेलते हुए केवल 36 चाल में जीत दर्ज की थी. उन्हें लंबे समय बाद क्लासिकल शतरंज में गुकेश के खिलाफ जीत मिली थी. उन्होंने लगभग तीन साल से गुकेश के खिलाफ क्लासिकल शतरंज में जीत हासिल नहीं की थी. इसलिए आखिरकार जीत हासिल करके अच्छा लग रहा है. गुकेश के खिलाफ जीत के बाद प्रज्ञाननंद ने कहा था-
मुझे नहीं पता कि आज क्या हुआ. मुझे लगता है कि वह थोड़ा असहज थे. मैंने लगभग तीन साल से उनके खिलाफ क्लासिकल शतरंज में जीत हासिल नहीं की थी. इसलिए आखिरकार जीत हासिल करके अच्छा लग रहा है.
प्रज्ञाननंद ने कहा-
हमेशा से एक कड़ा प्रतिद्वंदी रहा हूं और मेरे मन में उनके लिए बहुत सम्मान है.
'मैं सोशल मीडिया पर ध्यान नहीं देता', टीम इंडिया में वापसी के लिए तैयार 157 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने वाला खिलाड़ी, चेन्नई में बरपाएगा कहर!
ADVERTISEMENT