बीसीसीआई ने 28 सितंबर को आईपीएल रिटेंशन नियम जारी कर दिए. बेंगलुरु में आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में एक बड़ा फैसला अनकैप्ड प्लेयर्स की कैटेगरी से जुड़ा हुआ है. इससे चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को बड़ा फायदा हो सकता है. वे आगामी आईपीएल में अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं. आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने फैसला किया है कि एक कैप्ड भारतीय खिलाड़ी उस स्थिति में अनकैप्ड होगा जब उसे पिछले पांच कैलेंडर ईयर में किसी इंटरनेशनल मैच की प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली हो या फिर उसके पास बीसीसीआई का सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट न हो. यह नियम केवल भारतीय खिलाड़ियों पर ही लागू होगा.
आईपीएल ऑक्शन में अनकैप्ड प्लेयर्स से मतलब होता है ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने अभी तक इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला है. ऑक्शन में इनकी बेस प्राइस 20 लाख रुपये रहती है. आईपीएल में पहले भी पांच साल पहले इंटरनेशनल रिटायर हो चुके खिलाड़ियों को बतौर अनकैप्ड खिलाड़ी उतारने का नियम था. 2008 से ही यह नियम चल रहा था. लेकिन कभी इसका इस्तेमाल नहीं हुआ. इसके बाद 2021 में इस नियम को हटा दिया गया. हालांकि कुछ महीने पहले आईपीएल फ्रेंचाइज के साथ मीटिंग में बीसीसीआई की ओर से कहा गया था कि वह इस नियम को वापस ला रहा है.
धोनी पिछली बार 12 करोड़ में हुए थे रिटेन
2022 मेगा ऑक्शन से पहले चेन्नई ने धोनी को 12 करोड़ रुपये में रिटेन किया था. अब अगर यह फ्रेंचाइज धोनी को रिटेन करने का फैसला लेती है तो उसे केवल चार करोड़ रुपये ही खर्च करने होंगे. बीसीसीआई ने आगामी ऑक्शन से पहले फ्रेंचाइज को अधिकतम छह खिलाड़ी रिटेन करने की परमिशन दी है. इस दौरान अधिकतम दो अनकैप्ड खिलाड़ी रिटेन किए जा सकते हैं. ऐसे में सीएसके धोनी को बरकरार रख सकती है. पहले माना जा रहा था कि यह खिलाड़ी 2024 सीजन के बाद संन्यास ले लेगा. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
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