Explained: भारत के इस मैदान को आईसीसी कर सकता है लंबे समय के लिए सस्‍पेंड, जानिए पूरी डिटेल्‍स

अफगानिस्‍तान को ग्रेटर नोएडा के स्‍टेडियम में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ टेस्‍ट मैच खेलना था, मगर बारिश और गीले मैदान के कारण टॉस तक नहीं हो पाया. 

Profile

किरण सिंह

ग्रेटर नोएडा का शहीद विजय सिंह पथिक स्‍पोर्ट्स कॉम्प्‍लैक्‍स

ग्रेटर नोएडा का शहीद विजय सिंह पथिक स्‍पोर्ट्स कॉम्प्‍लैक्‍स

Highlights:

अफगानिस्‍तान और न्‍यूजीलैंड के बीच ग्रेटर नोएडा में टेस्‍ट मैच होना था

मैदान गीला होने की वजह से टॉस तक नहीं हो पाया

भारत के एक मैदान पर सस्‍पेंड का खतरा मंडरा रहा है. आईसीसी ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्‍पोर्ट्स कॉम्प्‍लैक्‍स को लंबे समय के लिए सस्‍पेंड कर सकती है. ग्रेटर नोएडा के इस स्‍टेडियम में अफगानिस्‍तान और न्‍यूजीलैंड के बीच एकमात्र टेस्‍ट मैच खेला जाना था, मगर बारिश और मैदान गीला होने की वजह से टॉस तक नहीं हो पाया. मुकाबले के शुरुआती दो दिन मैच टाइमिंग के वक्‍त बारिश नहीं हुई थी, मगर फिर भी मैदान को खेल के लिए तैयार नहीं किया जा सका. 

 

बारिश ने आयोजकों की तैयारी की पोल खोल के रख दी. ऐसे में यहां पर अब किसी तरह के इंटरनेशनल मैच का हो पाना बहुत ही मुश्किल नजर आ रहा है. इस स्‍टेडियम को सस्‍पेंड भी किया जा सकता है. दरअसल आईसीसी हर इंटरनेशनल मैच के बाद रेफरी की रिपोर्ट के आधार पर पिच और स्टेडियम को रेटिंग देता है. ऐसे में ग्रेटर नोएडा के इस स्‍टेडियम को डिमेरिट अंक दिए मिल सकते हैं. 

 

क्‍या कहते हैं नियम? 

 

आईसीसी रेफरी पिच और ग्राउंड दोनों को डिमेरिट अंक दे सकता है. अगर इस स्‍टेडियम को छह पॉइंट के साथ अनफिट घोषित किया जाता है तो इस पर दो साल का सस्‍पेंशन लग सकता है. इतना ही नहीं रेफरी बेसिक सुविधाओं पर भी रिपोर्ट दे सकता है. नवंबर 2023 में लागू हुई आईसीसी ‘पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया’ के अनुछेद के अनुसार-

 

नियम 3.1 के अनुसार मैच रेफरी हर मैच के बाद पिच और आउटफील्ड रिपोर्ट फॉर्म को पूरी करेगा और इसे आईसीसी के सीनियर क्रिकेट संचालक के प्रबंधक को भेजेगा.  नियम 3.2 के अनुसार  पिच और आउटफील्ड रिपोर्ट फॉर्म को पिचों और आउटफील्डों की रेटिंग के लिए दिशानिर्देशों का उपयोग करके भरा जाएगा. किया जाएगा, जिसमें मैच रेफरी के साथ अंपायरों और दोनों टीमों के कप्तानों की कमेंट भी होते हैं. आखिरी दिन रेफरी फाइनल रिपोर्ट भेजला है और  नियम 3.3 के अनुार रिपोर्ट मिलने के 14 दिन के अंदर आईसीसी सीनियर क्रिकेट संचालक के प्रबंधक इसे मेजबान बोर्ड को भेजकर स्टेडियम पर लगाये गए डिमेरिट अंकों की जानकारी देते हैं.

 

नियम 4.2 के अनुसार -


पिच और/या आउटफील्ड को असंतोषजनक या अनफिट रेटिंग देने का अगर मैच रेफरी के पास कारण है तो मेजबान स्थल पर पिचों की रेटिंग के अनुसार डिमेरिट अंक दिये जाएंगे.

 

नियम 4.3 के अनुसार- 


डिमेरिट अंक पांच साल तक लागू रहते है.

 

नियम 4.4 के अनुसार- 
 

यदि मेजबान स्थल के कुल छह या उससे ज़्यादा डिमेरिट पॉइंट हो जाते हैं, उसे इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी करने की मान्यता इस प्रकार निलंबित कर दी जाएगी

  • 6 पॉइंट – वेन्‍यू की मान्यता को 12 महीने के लिए सस्‍पेंड कर दिया जाएगा. 
  • 12 पॉइंट – वेन्‍यू की मान्यता 24 महीने के लिए सस्‍पेंड कर दिया जाएगा.

 

आईसीसी नियम के अनुसार अगर ग्रेटर नोएडा के इस वेन्‍यू के नाम पिच और आउटफील्‍ड को मिलाकर अगर छह या उससे अधिक डिमेरिट अंक हो जाते है तो उसे 12 महीने तक इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी से बैन कर दिया जाएगा.

 

ये भी पढ़ें :- 

IND vs BAN : बांग्लादेश ने टेस्ट सीरीज के लिए किया 16 खिलाड़ियों का ऐलान, पाकिस्तान को पटखनी देने वाले इस धुरंधर की छुट्टी, जानिए टीम में किसे मिली जगह

भारत की ODI World Cup 2023 से बंपर कमाई, 11736 करोड़ का हुआ फायदा, ICC की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

इशान किशन की Duleep Trophy में वापसी, ऐन मौके पर इस टीम में मिली एंट्री, अपडेटेड स्‍क्‍वॉड का नहीं थे हिस्‍सा

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share