रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया को जबसे ऑस्ट्रेलियाई दौर पर 1-3 से हार मिली है. उसके बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए बीसीसीआई ने 10 पॉइंट्स के एक सख्त गाइडलाइन जारी की है. इस गाइडलाइन में टीम इंडिया के खिलाड़ियों के साथ फैमिली ट्रेवल पर भी पॉलिसी बनाई गई. जिस पर टीम इंडिया के पूर्व वर्ल्ड चैंपियन खिलाड़ी हरभजन सिंह ने कड़ा प्रहार किया है. उनका मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टीम इंडिया इसलिए नहीं हारी की पत्नियां उनके साथ थी.
ADVERTISEMENT
हरभजन सिंह ने क्या कहा ?
बीसीसीआई की गाइडलाइन के अनुसार अब एक खिलाड़ी की फैमिली किसी विदेशी दौरे पर अधिक से अधिक दो सप्ताह तक के लिए ही रुक सकेगी. जबकि इससे अधिक रोकने के लिए परमिशन लेनी होगी और अतिरिक्त खर्च भी वहन करना होगा. हरभजन सिंह ने पीटीआई से बातचीत में कहा,
ये सभी नियम जो मैंने पढ़े, ये ठीक उसी तरह के हैं. जब हम खेला करते थे. इसमें कुछ भी अलग नहीं है. आखिरी बार मैंने जब बतौर सेन्ट्रल कांट्रेक्ट खिलाड़ी खेला था तो इसी तरह की पॉलिसी थी. अब सवाल ये उठता है कि इसे बदला किसे था.
पत्नियों की वजह से नहीं हारे
हरभजन सिंह ने आगे कहा,
हम सभी मुद्दों से भटक रहे हैं और ऑस्ट्रेलिया में इसलिए नहीं हारे कि पत्नियां और दोस्त दो महीने से उनके साथ थे. हम इसलिए हारे क्योंकि टीम के कुछ खिलाड़ी अलग से ट्रेवल कर रहे थे. हमने खराब खेला और हमारी टीम के कई खिलाड़ी फॉर्म में नहीं रहे. इन चीजों में सुधार के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है.
हरभजन सिंह ने अंत में कहा,
बीसीसीआई को कुछ नियमों में फिर से गौर करने की जरूरत है क्योंकि उन निमयों का उल्लंघन किया जा रहा है. सभी खिलाड़ियों को एक साथ ट्रेवल करना चाहिए और हमारे समय में सचिन तेंदुलकर व अनिल कुंबले जैसे दिग्गज भी साथ रहते थे. इस बात की जांच होनी चाहिए कि कौन नियम का उल्लंघन कर रहा है.
ये भी पढ़ें: