रोहित शर्मा की टीम इंडिया अजेय रहते हुए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंच गई. ग्रुप स्टेज में बांग्लादेश, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड को पीटने के बाद सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया. टूर्नामेंट में टीम इंडिया के शानदार सफर को कुछ दिग्गज पचा नहीं पाए और दुबई एडवांटेज को लेकर छाती पीटने लगे. इंग्लैंड के कप्तान जॉस बटलर, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस, नासिर हुसैन, माइकल एथरटन का कहना था कि भारत को दुबई में खेलने का फायदा मिल रहा है. उन्हें बाकी टीमों की तरह ट्रेवल नहीं करना पड़ रहा. वह एक ही मैदान पर खेल रहे हैं. वहीं डेविड लॉयड ने भारत के शेड्यूल का हास्यापद बताया था.
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दरअसल पाकिस्तान जाने से इंकार करने के बाद भारतीय टीम अपने सभी मैच दुबई में खेल रही है. जिस पर कुछ एक्सपर्ट ने इस पर सवाल भी खड़े किए थे.अब चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल से पहले न्यूजीलैंड के हेड कोच गैरी स्टीड ने उन लोगों को आईना दिखाया है, जो भारत के शानदार सफर में दुबई एडवांटेज को क्रेडिट दे रहे थे. उन्होंने साफ कह दिया कि इस सबकी चिंता करने की बजाय खेल पर फोकस करने की जरूरत है. उन्होंने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में इस बात को भी कोई खास तवज्जो नहीं दी कि भारत को यहां की परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ होने का फायदा मिलेगा. उनका कहना है कि उनकी टीम भारत के खिलाफ ग्रुप स्टेज के मैच से कुछ सीख लेगी.
उन्होंने कहा-
शेड्यूल तैयार करना हमारे हाथ में नहीं है.इसलिए हमें इसको लेकर बहुत अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है. भारत ने अपने सभी मैच दुबई में खेले, लेकिन हमें भी यहां एक मैच खेलने का मौका मिला और हम उस अनुभव से सीख लेना चाहेंगे.
न्यूजीलैंड की टीम को ग्रुप ए का अपना आखिरी मैच खेलने के लिए दुबई आना पड़ा और फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल खेलने के लिए उसे पाकिस्तान लौटना पड़ा. स्टीड ने स्वीकार किया के यह कार्यक्रम काफी व्यस्त था लेकिन उनकी टीम इस तरह की परिस्थितियों से सामंजस्य से बिठाने में सक्षम है. उन्होंने कहा-
हम अब टूर्नामेंट के आखिरी दौर में हैं और कभी-कभी बहुत अधिक अभ्यास करने की जरूरत नहीं पड़ती. आपको बस फाइनल में खेलने के लिए अपने शरीर और दिमाग को सही स्थिति में लाने की जरूरत होती है और अगले दो दिन हम इसी पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे.
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