India vs England: भारत और इंग्लैंड (Ind vs eng) के बीच राजकोट में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच से आर अश्विन बाहर हो गए हैं. वो फैमिली इमरजेंसी के कारण मैच से हट गए. जिसके बाद भारतीय टीम तीसरा टेस्ट 10 प्लेयर्स के साथ ही खेलने पर मजबूर है. अश्विन ने तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन अपने 500 टेस्ट विकेट पूरे किए थे, मगर देर रात राजकोट टेस्ट से उनके हटने की खबर आ गई. बीच मैच में अश्विन के हटने के बाद अब भारतीय टीम राजकोट टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में 10 प्लेयर्स और उसके अलावा एक सब्सिट्यूट के साथ ही खेलेगी.
ADVERTISEMENT
तीसरे दिन देवदत्त पडिक्कल (devdutt padikkal) बतौर सब्सिट्यूट फील्डर मैदान पर उतरे. आईसीसी नियम के अनुसार सब्सिट्यूट फील्डर न तो बैटिंग कर सकता है और न ही गेंदबाजी. पडिक्कल के उतरने का मतलब है कि भारत की प्लेइंग इलेवन में एक खिलाड़ी कम हो गया है. दरअसल आईसीसी के नियम के कारण भारतीय टीम राजकोट में 10 प्लेयर्स के साथ खेलेगी.
- एमसीसी के 24.1.1.1 नियम के अनुसार जब अंपायर इस बात से संतुष्ट हो कि कोई फील्डर मैच के दौरान चोटिल हो गया हो या फिर बीमार हो गया है या 24.1.1.2 के अनुसार कोई ऐसा कारण, जो पूरी तरह से स्वीकार करने लायक हो. अगर ऐसा होता है तो अंपायर सब्सिट्यूट को मंजूरी दे सकता है.
- नियम 24.1.2 के अनुसार एक सब्सिट्यूट गेंदबाजी नहीं कर सकता और न ही कप्तान की भूमिका निभा सकता है, मगर वो अंपायर की अनुमति के बाद विकेटकीपिंग कर सकता है. आर अश्विन (R Ashwin) राजकोट टेस्ट के कारण ना तो चोटिल हुए थे और न ही बीमार. किसी और कारण से उन्हें मुकाबले से हटना पड़ा, ऐसे में भारत सब्सिट्यूट फील्डर रख सकता है.
- प्लेइंग कंडीशन के अनुसार किसी खिलाड़ी के रिप्लेसमेंट की मंजूरी तभी मिलती है, जब वो चोट की वजह से मैच से बाहर होता है. सिर्फ कन्कशन सब्सिट्यूट को ही मुकाबले में बैटिंग और बॉलिंग करने की अनुमति होती है.
ये भी पढ़ें: