उम्मीदें खाक हो गईं. सपना टूट गया. आंसू ढलक गए... 12 साल का इंतजार और 20 साल का बदला ट्रेविस हेड के शतक में हवा हो गया. 1 करोड़ 30 लाख लोग स्टेडियम और करोड़ों भारतीय दुनियाभर में सदमे के सागर में डूब गए. कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी के बाद रोहित की कप्तानी में भारत तीसरा वर्ल्ड कप नहीं जीत सका. बल्कि ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को उसी के घर में 6 विकेट से फाइनल हराकर रिकॉर्ड छठी बार विश्व खिताब अपने हिस्से किया. आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023 Final) के फाइनल में भारत पर ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) का दबदबा 20 साल बाद भी जारी रहा और साल 2003 वाली कहानी फिर से सामने आई. साल 2003 में रिकी पोंटिंग की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को हराया था. जिसके बाद भारत के वर्ल्ड कप खिताब जीतने के सपने को एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया ने चकनाचूर कर डाला. भारत ने वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में पहले खेलते हुए 240 रन बनाए. इसके जवाब में ट्रेविस हेड (137) के शतक से ऑस्ट्रेलिया ने 43 ओवरों में चार विकेट पर 241 रनों का लक्ष्य हासिल करके भारत को छह विकेट की हार झेलने पर मजबूर कर डाला. भारत के लिए फाइनल मुकाबले में बैटिंग में विराट कोहली और केएल राहुल ने फिफ्टी जड़ी. जबकि गेंदबाजी भी कुछ ख़ास नहीं रही. दो विकेट जसप्रीत बुमराह व एक-एक विकेट सिराज और शमी ही ले सके. वहीं एक लाख से अधिक भारतीय फैंस को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम से मायूस होकर घर जाने को मजबूर कर डाला.
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47 रन पर गिरे ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट
भारत के सामने 241 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत सही नहीं रही और भारतीय तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह व शमी ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया के 47 रन पर ही तीन बड़े विकेट डेविड वॉर्नर (7), मिचेल मार्श (15) और स्टीव स्मिथ (4) के रूप में चटका डाले थे. लेकिन एक छोर पर अन्य सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड टिके रहे थे.
हेड ने ठोका शतक
पारी के 7वें ओवर में 47 रन पर तीन विकेट गिरने के बाद हेड और मार्नस लाबुशेन ने पारी को आगे बढ़ाया. इन दोनों ने न सिर्फ विकेट बचाए रखा बल्कि रन भी बनाना जारी रखे. हेड ने जहां 58 गेंदों में फिफ्टी जड़ी. वहीं इसके बाद लाबुशेन ने भी फिफ्टी जड़कर ऑस्ट्रेलिया के जीत की नींव रखी. वहीं भारतीय गेंदबाजों ने इस दौरान विकेट लेने के अथक प्रयास किए मगर विकेट नहीं चटका सके. जबकि 119 गेंदों में दोनों के बीच 100 रनों की साझेदारी हुई. यहीं से मैच ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में चला गया. अहमदाबाद की पिच पर गेंद स्पिन भी नहीं हो रही थी. जिससे रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव भी बेअसर दिखे. जबकि हेड ने वर्ल्ड कप फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में 95 गेंदों में 14 चौके और एक छक्के से शतक ठोक डाला. इस तरह साल 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत के खिलाफ रिकी पोंटिंग के शतक जड़ने के बाद हेड भी इस कारनामे को करने वाले ऑस्ट्रेलिया के दूसरे बल्लेबाज बने. जिन्होंने भारत के खिलाफ वर्ल्ड कप फाइनल में शतक ठोक डाला.
हेड ने लाबुशेन के साथ मिलकर टीम इंडिया को हराया
हालांकि ट्रेविस हेड शतक जड़ने के बाद भी नहीं रुके और मार्नस लाबुशेन ने भी उनका साथ अंत तक निभाया. इन दोनों को अंत तक भारतीय गेंदबाज आउट नहीं कर सके. जिससे दोनों के बीच वर्ल्ड कप फाइनल जैसे बड़े मंच पर चौथे विकेट के लिए 192 रनों की साझेदारी हुई और ऑस्ट्रेलिया ने आसानी से 43 ओवरों में चार विकेट के नुकसान पर ही 241 रन के लक्ष्य को हासिल करके भारत को वर्ल्ड कप खिताब से दूर कर डाला. रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया को आठ विकेट से हार झेलनी पड़ी और उसके लिए गेंदबाजी में बुमराह दो जबकि एक-एक विकेट सिराज और शमी ही ले सके. इसके अलावा रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव एक भी विकेट नहीं चटका सके. ऑस्ट्रेलिया के लिए हेड ने अंत तक 120 गेंदों में 15 चौके और चार छक्के से 137 रनों की मैच विनिंग पारी खेली. लाबुशेन 110 गेंदों में चार चौके से 58 रनों की नाबाद पारी खेलकर मैच जीता डाला.
81 रन पर भारत के गिरे तीन विकेट
अहमदाबाद के मैदान में मैच में इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. इसके जवाब में रोहित शर्मा ने फिर बेबाक अंदाज में शुरुआत की लेकिन बहुत ही जल्द टीम इंडिया के तीन शुरुआती विकेट गुच्छे के रूप में गिरे. पारी के 11वें ओवर तक शुभमन गिल (4), रोहित शर्मा (47) और श्रेयस अय्यर (4) जल्दी चलते बने. जिससे भारत के एक समय 81 रन पर ही तीन विकेट गिर गए थे.
फिफ्टी से आगे नहीं बढ़ सके विराट कोहली
अब संकट के समय में एक बार फिर केएल राहुल और विराट कोहली ने पारी को संभाला. लेकिन अहमदाबाद की धीमी पिच पर बड़े शॉट्स देखने को फैंस तरस गए. कोहली ने 63 गेंदों में चार चौके से 54 रनों की पारी खेली. जिससे चौथे विकेट के लिए राहुल-कोहली के बीच की साझेदारी 67 रनों पर समाप्त हो गई. पारी के 29वें ओवर में कोहली को कमिंस ने जैसे ही क्लीन बोल्ड किया. उसके बाद मैदान में सन्नाटा पसर गया. जबकि भारत की धीमी बल्लेबाजी जारी रही और रोहित शर्मा के जाने के बाद मिडिल ऑर्डर में टीम इंडिया चौके के लिए तरस गई.
40 ओवर में लगे सिर्फ चार चौके और गिरे 8 विकेट
कोहली के बाद राहुल भी धीमी बल्लेबाजी के बाद अपना गियर नहीं बदल सके और 107 गेंदों में एक चौके से 66 रन बनाकर चलते बने. राहुल के बाद अंत में रवींद्र जडेजा (9), मोहम्मद शमी (6), जसप्रीत बुमराह (एक रन) कुछ नहीं कर सके. जबकि एक चौके से 18 रन सूर्यकुमार यादव ही बना सके. जबकि अंतिम गेंद पर कुलदीप यादव (10) के रनआउट होने से टीम इंडिया ने 50 ओवर में ऑलआउट होने तक 240 रन बनाए. भारत ने पहले 10 ओवर के बाद अंतिम 40 ओवर में सिर्फ चार चौके ही लगाए. जिससे भारत बड़े स्कोर की तरफ नहीं बढ़ सका. भारत के लिए सिराज 8 गेंदों में एक चौके से 9 रन ही बना सके. ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक तीन विकेट मिचेल स्टार्क, दो-दो विकेट जोश हेजलवुड, पैट कमिंस और एक-एक विकेट ग्लेन मैक्सवेल और एडम जंपा ने भी चटकाया.
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